11 सितंबरः इतिहास के पन्नों में दर्ज आज का दिन
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 10 September 2025 : इतिहास की कुछ तारीखें महज कैलेंडर के दिन नहीं होतीं, बल्कि वे अपने भीतर पूरी एक सदी की यादें, घटनाएं और बदलाव समेटे होती हैं। 11 सितंबर भी एक ऐसी ही तारीख है, जो दो बिल्कुल विपरीत घटनाओं के लिए जानी जाती है। एक ओर, यह तारीख मानवता के खिलाफ सबसे बड़े आतंकवादी हमले के घाव की याद दिलाती है, तो दूसरी ओर यह भारत के लिए गर्व और प्रेरणा का दिन भी है, जब स्वामी विवेकानंद ने दुनिया को सहिष्णुता का पाठ पढ़ाया था।
यह तारीख हमें सिखाती है कि इतिहास कैसे एक ही दिन में विनाश और सृजन, दोनों का गवाह बन सकता है। जहाँ एक घटना ने दुनिया को नफरत की आग में झोंकने की कोशिश की, वहीं दूसरी घटना ने हमें शांति, अहिंसा और भाईचारे का रास्ता दिखाया। इस तारीख का महत्व केवल इन घटनाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसने दुनिया की राजनीति, समाज और पर्यावरण के प्रति सोच को भी एक नई दिशा दी।
11 सितंबर सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि एक सबक है, जो हमें याद दिलाता है कि मानवता के सामने चाहे कितनी भी बड़ी चुनौती क्यों न आए, अंत में प्रेम, अहिंसा और सहयोग की भावना ही विजयी होती है।
इतिहास के पन्नों में आज का दिन: 11 सितंबर की प्रमुख घटनाएं
11 सितंबर की तारीख इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए दर्ज है, जिसने दुनिया की दिशा और दशा को हमेशा के लिए बदल दिया:
1. 1893 – स्वामी विवेकानंद का ऐतिहासिक भाषण: शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने एक ऐसा भाषण दिया, जिसने पूरी दुनिया में भारतीय दर्शन और आध्यात्म का लोहा मनवा लिया । उन्होंने दुनिया को सहिष्णुता, भाईचारे और सभी धर्मों का सम्मान करने का संदेश दिया।
2. 1895 – विनोबा भावे का जन्म: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, गांधीवादी विचारक और भूदान आंदोलन के प्रणेता आचार्य विनोबा भावे का जन्म आज ही के दिन हुआ था । उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सेवा और अहिंसा के मार्ग पर चलकर गरीबों और भूमिहीनों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।
3. 1906 – गांधीजी ने शुरू किया सत्याग्रह: महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में हो रहे अन्याय और रंगभेद के खिलाफ पहली बार सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की । यह अहिंसक प्रतिरोध का एक ऐसा हथियार था, जिसने बाद में भारत की आजादी की लड़ाई की नींव रखी।
4. 1948 – मोहम्मद अली जिन्ना का निधन: पाकिस्तान के संस्थापक और मुस्लिम लीग के अध्यक्ष मोहम्मद अली जिन्ना का आज ही के दिन निधन हुआ था ।
5. 1961 – विश्व वन्यजीव कोष (WWF) की स्थापना: पर्यावरण और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी संस्थाओं में से एक, विश्व वन्यजीव कोष (World Wildlife Fund) की स्थापना आज ही के दिन हुई थी ।
6. 2001 – अमेरिका पर सबसे बड़ा आतंकवादी हमला: यह इतिहास का वह काला दिन है, जब अल-कायदा के आतंकवादियों ने दो अपहृत विमानों को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स से टकरा दिया था, जिससे वे जमींदोज हो गए । इस हमले में लगभग 3,000 लोगों की जान चली गई और दुनिया हमेशा के लिए बदल गई।
7. 2020 – स्वामी अग्निवेश का निधन: प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और आर्य समाज के नेता स्वामी अग्निवेश का निधन भी आज ही के दिन हुआ था ।
निष्कर्ष: सबक और प्रेरणा का दिन
11 सितंबर की तारीख हमें यह याद दिलाती है कि दुनिया ने कितनी बड़ी त्रासदियों का सामना किया है, लेकिन साथ ही यह हमें उन महान आत्माओं के योगदान को भी याद करने का अवसर देती है, जिन्होंने मानवता को एक नई दिशा दी। यह दिन हमें सिखाता है कि नफरत और हिंसा का रास्ता केवल विनाश की ओर ले जाता है, जबकि प्रेम, सहिष्णुता और अहिंसा का मार्ग ही एक बेहतर और शांतिपूर्ण दुनिया का निर्माण कर सकता है।
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