जींद में एनआईए की छापेमारी: संदिग्ध बैंक लेनदेन में जिम संचालक कशिश से गहन पूछताछ, दुबई कनेक्शन पर भी नजर
बाबूशाही ब्यूरो
जींद (हरियाणा), 31 मई।, शनिवार: जींद के सेक्टर-8 में शनिवार सुबह उस वक्त हलचल मच गई, जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने जिम संचालक कशिश के आवास पर छापेमारी की। तड़के करीब पांच बजे शुरू हुई इस कार्रवाई ने इलाके में कौतूहल का माहौल पैदा कर दिया। एनआईए टीम ने कशिश के घर का मुख्य द्वार बंद कर दिया और घर के सभी सदस्यों को अंदर रहने का निर्देश दिया। इसके बाद कशिश से गहन पूछताछ की गई, जो कई घंटों तक चली।
संदिग्ध बैंक लेनदेन पर फोकस, दुबई से जुड़े तार
सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी एक संदिग्ध बैंक लेनदेन के चलते की गई है। जानकारी के अनुसार, कशिश ने अपने बैंक खाते से एक ऐसे खाते में बड़ी रकम ट्रांसफर की थी, जो पहले से ही एनआईए की निगरानी में था। यही नहीं, कशिश का दुबई आना-जाना भी नियमित रूप से होता रहा है, जिससे उसकी गतिविधियां और ज्यादा संदेह के घेरे में आ गई हैं। कशिश जिम के अलावा कपड़ों के कारोबार में भी सक्रिय है, जिससे उसके लेनदेन का दायरा काफी बड़ा माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि यह रकम कशिश ने किसी परिचित के कहने पर भेजी थी, लेकिन इस लेनदेन का उद्देश्य अब भी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
पुलिस और जीएसटी विभाग भी जांच में शामिल
छापेमारी के दौरान एनआईए टीम को स्थानीय पुलिस और जीएसटी विभाग की टीम का सहयोग मिला। कशिश के आवास के बाहर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई ताकि किसी भी तरह की बाधा को रोका जा सके। जीएसटी विभाग के शामिल होने से यह संकेत भी मिल रहा है कि मामला सिर्फ संदिग्ध बैंक ट्रांजैक्शन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें टैक्स चोरी, हवाला या अन्य वित्तीय अनियमितताओं की भी जांच हो रही है।
स्थानीय लोगों में चर्चाओं का दौर
एनआईए की इस कार्रवाई के बाद इलाके में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कशिश क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम है, और उसका जिम युवाओं में काफी लोकप्रिय है। ऐसे में उसके खिलाफ की गई छापेमारी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब जांच पूरी होने के बाद ही सामने आ सकेंगे।
एनआईए की जांच से बड़े खुलासों की उम्मीद
फिलहाल एनआईए की टीम कशिश के दस्तावेजों की जांच कर रही है और उससे लगातार पूछताछ कर रही है। हालांकि एनआईए ने अभी तक इस कार्रवाई को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस छापेमारी से संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से जुड़े बड़े खुलासे हो सकते हैं। जींद जैसे छोटे शहर में इस तरह की कार्रवाई ने न केवल स्थानीय निवासियों को चौंका दिया है, बल्कि प्रशासन की सतर्कता को भी दर्शाया है। जांच के नतीजों का सभी को बेसब्री से इंतजार है।
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