चंडीगढ़ के खेल सितारों का सम्मान: केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने किया खेल अवसंरचना का उद्घाटन, खिलाड़ियों को दी बधाई
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 31 मई 2025:
चंडीगढ़ के खेल क्षेत्र में शनिवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार, युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने चंडीगढ़ में कई महत्वपूर्ण खेल अवसंरचना परियोजनाओं का उद्घाटन किया और खिलाड़ियों का भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया। इस मौके पर चंडीगढ़ के उन खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में देश और शहर का नाम रोशन किया।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:
उद्घाटन किए गए खेल केंद्र:
सेक्टर-8 और सेक्टर-39 में आधुनिक शतरंज केंद्र।
सेक्टर-42 में अत्याधुनिक स्नूकर और बिलियर्ड्स हॉल (₹6 करोड़ की लागत से निर्मित)।
चंडीगढ़ मैराथन 2025 के लोगो और टैगलाइन का अनावरण:
शहर के प्रमुख फिटनेस इवेंट के रूप में चंडीगढ़ मैराथन को नई पहचान दी गई, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य, फिटनेस और सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा देना है।
खिलाड़ियों को सम्मान:
कुल ₹5.67 करोड़ की पुरस्कार राशि 448 खिलाड़ियों को वितरित की गई, जिसमें 8 अंतरराष्ट्रीय और 23 राष्ट्रीय स्तर के एथलीट भी शामिल।
₹1.32 करोड़ की छात्रवृत्ति 320 एथलीटों को ऑनलाइन ट्रांसफर की गई।
पैरा-एथलीटों को उनके असाधारण योगदान के लिए विशेष सम्मान।
खेल शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक एमओयू:
यूटी शिक्षा विभाग, अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन ट्रस्ट, और एफआईवीबी वॉलीबॉल फाउंडेशन (स्विट्जरलैंड) के बीच समझौता, जिसके तहत चंडीगढ़ के 108 स्कूलों में वॉलीबॉल का ढांचा मजबूत किया जाएगा।
खेलों को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता:
डॉ. मंडाविया ने कहा,
"चंडीगढ़ में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए भारत सरकार हरसंभव सहयोग करेगी। हम सुनिश्चित करेंगे कि देश के सर्वश्रेष्ठ कोच, उच्च स्तरीय सुविधाएं और संसाधन खिलाड़ियों को मिलें।"
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में एक मल्टीप्लेक्स खेल परिसर का विकास भी किया जाएगा, जिसमें कई खेलों के प्रशिक्षण की सुविधा एक ही स्थान पर उपलब्ध होगी।
प्रशासक गुलाब चंद कटारिया का संदेश:
"हमारे युवा एथलीटों ने चंडीगढ़ का नाम रोशन किया है। हमारा लक्ष्य है कि ये खिलाड़ी भविष्य में ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करें।"
उन्होंने यह भी साझा किया कि चंडीगढ़ देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जिसने अब तक ₹20 करोड़ की छात्रवृत्ति वितरित की है। उन्होंने खेल संघों, संगठनों और खिलाड़ियों के समर्पण की सराहना की।
अभिनव बिंद्रा के योगदान की सराहना:
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा के निरंतर समर्थन की सराहना की गई, विशेष रूप से ओलंपिक मूल्य शिक्षा कार्यक्रम को लागू करने और चंडीगढ़ में खेलों को बढ़ावा देने में उनके योगदान को मान्यता दी गई।
गली क्रिकेट पहल की सफलता:
संजय टंडन और चंडीगढ़ पुलिस की गली क्रिकेट पहल ने शहर के हर कोने में खेलों को पहुंचाने और युवाओं को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चंडीगढ़ में खेलों के विकास के लिए आज का दिन मील का पत्थर साबित हुआ। खिलाड़ियों का सम्मान, नए खेल केंद्रों का उद्घाटन, एमओयू पर हस्ताक्षर और भविष्य की योजनाएं, यह सब मिलकर चंडीगढ़ को एक मजबूत खेल हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
डॉ. मंडाविया और प्रशासक कटारिया के इस संयुक्त प्रयास से शहर के खिलाड़ियों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। यह पहल निश्चित ही चंडीगढ़ को भारत के अग्रणी खेल शहरों की कतार में खड़ा करेगी।
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