पंजाब बाढ़ ने भगवंत मान सरकार की पूरी तरह से पोल खोली – सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भूखड़ी कलां
लुधियाना, 2 सितम्बर 2025: राष्ट्रीय भाजपा नेता सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भूखड़ी कलां ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली तथाकथित पंजाब सरकार हाल ही में आई बाढ़ के दौरान पूरी तरह से बेनकाब हो गई है और यह सरकार एक पूर्ण आपदा साबित हुई है। ग्रेवाल ने कहा कि जब पंजाब डूब रहा था और लोग मदद के लिए चीख रहे थे, तब मुख्यमंत्री तमिलनाडु में मौज-मस्ती कर रहे थे और पूरे राज्य को बेसहारा, लाचार और नेता विहीन छोड़ दिया गया था।
उन्होंने कहा कि न तो कोई वार रूम बनाया गया, न कोई आपदा प्रबंधन सेल सक्रिय हुआ, न कोई रोज़ाना कैबिनेट बैठक हुई, न ही कोई ज़िम्मेदार मंत्री नियुक्त किया गया और न ही इंसानी जानें, पशुधन या संपत्ति बचाने की कोई ठोस नीति सामने आई। ग्रेवाल ने बताया कि जब मवेशी, भैंसें, बकरियां और लोगों की खून-पसीने की कमाई बाढ़ के पानी में बह रही थीं, तब सरकार गायब थी। उन्होंने कहा कि साधारण नागरिकों, स्वयंसेवी संस्थाओं और निजी कार्यकर्ताओं ने अपनी जान की परवाह किए बिना पंजाब को बचाने की कोशिश की, जबकि सत्ताधारी दल ने शर्मनाक ढंग से अपनी जिम्मेदारी छोड़ दी।
ग्रेवाल ने कहा कि पानी छोड़े जाने से पहले जनता को एक भी उचित चेतावनी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार न तो राहत शिविर आयोजित कर पाई, न डिप्टी कमिश्नरों का समन्वय कर पाई, न मेडिकल टीमें भेज सकी, न एम्बुलेंस की व्यवस्था कर सकी और न ही जनता को बुनियादी अपडेट दे सकी। उन्होंने बताया कि इस आपदा के चरम समय में एक भी गंभीर कैबिनेट बैठक तक नहीं हुई।
ग्रेवाल ने कहा कि सच बिलकुल साफ़ है – यह सरकार ताश के पत्तों की तरह ढह गई। उन्होंने कहा कि पंजाब को ऐसे मसखरों या पार्ट-टाइम शासकों की जरूरत नहीं है जो संकट के समय भाग जाते हैं, बल्कि असली नेताओं की जरूरत है जो जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हों।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की यह घोर लापरवाही, गैर-जिम्मेदारी और कायरता किसी आपराधिक विश्वासघात से कम नहीं है। ग्रेवाल ने कहा कि पंजाब इस विफलता को न तो माफ करेगा और न ही कभी भूल पाएगा।