दूध नहीं, सुबह खाली पेट खाएं ये 1 सफेद चीज, बुढ़ापे तक हड्डियां रहेंगी मजबूत
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 5 औगीस्ट 2025 : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खान-पान के कारण कम उम्र में ही हड्डियों का कमजोर होना, जोड़ों में दर्द और कैल्शियम की कमी एक आम समस्या बन गई है। लोग हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए महंगे-महंगे सप्लीमेंट्स और पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अक्सर अपनी रसोई में ही मौजूद कुदरत के खजाने को नजरअंदाज कर देते हैं।
हमारे बड़े-बुजुर्ग हमेशा से कुछ ऐसी चीजों का सेवन करते आए हैं, जिन्होंने उन्हें बुढ़ापे में भी फौलाद जैसी मजबूती दी। आज हम आपको एक ऐसी ही 'सफेद चीज' के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आयुर्वेद में ताकत और पोषण का पावरहाउस माना जाता है। यह छोटा सा बीज कैल्शियम का इतना बड़ा स्रोत है कि इसके सामने दूध भी फीका पड़ जाए। यह चीज है - खसखस (Poppy Seeds)।
क्या हैं खसखस के चमत्कारी फायदे?
जब आप रात भर दूध या पानी में भीगी हुई खसखस का सुबह खाली पेट सेवन करते हैं, तो यह शरीर के लिए चमत्कार की तरह काम करती है:
1. हड्डियों के लिए 'वरदान': खसखस कैल्शियम, कॉपर और जिंक का खजाना है। सिर्फ 1 चम्मच खसखस में दूध से भी कई गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। इसका नियमित सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है, जोड़ों के दर्द को कम करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों के खतरे को घटाता है।
2. दिमाग को रखे शांत, नींद लाए गहरी: खसखस में मौजूद ओपियम एल्कलॉइड्स दिमाग को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद करते हैं। जिन लोगों को नींद न आने की समस्या है, उनके लिए रात को गर्म दूध में भीगी हुई खसखस का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
3. पाचन सुधारे, कब्ज से दे राहत: खसखस फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है और कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाती है।
4. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद: इसमें मौजूद ओमेगा-6 फैटी एसिड खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।
निष्कर्ष
महंगे सप्लीमेंट्स पर पैसा खर्च करने से बेहतर है कि आप अपनी रसोई में मौजूद खसखस जैसी प्राकृतिक चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। यह छोटा सा बदलाव आपकी हड्डियों और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा निवेश साबित हो सकता है।
Disclaimer
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। खसखस की तासीर गर्म होती है और कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है। गर्भवती महिलाएं या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।