सुबह उठते ही क्या आपको भी आते है चक्कर? जानें इसके कारण और बचाव के उपाय
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 7 September 2025 : क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो सुबह बिस्तर से उठते ही अचानक चक्कर (Dizziness) या सिर घूमने का अनुभव करते हैं? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं। यह एक बहुत ही आम समस्या है जिसका सामना दुनिया भर में लाखों लोग करते हैं। अक्सर सुबह के पहले कुछ पल ताजगी भरे होने की बजाय संतुलन बिगड़ने और गिरने के डर के साथ शुरू होते हैं, जो दिन की शुरुआत को तनावपूर्ण बना सकता है।
यह अनुभव, जिसे अक्सर "मॉर्निंग डिजीनेस" (Morning Dizziness) कहा जाता है, आमतौर पर कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों तक रह सकता है। कई लोगों के लिए यह एक कभी-कभार होने वाली घटना है, लेकिन कुछ के लिए यह एक नियमित समस्या बन जाती है। हालांकि ज्यादातर मामलों में यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होता, लेकिन इसे नजरअंदाज करना भी सही नहीं है। यह हमारे शरीर का एक संकेत हो सकता है कि अंदर कुछ ठीक नहीं है।
इस लेख में, हम सुबह उठते ही चक्कर आने के पीछे के मुख्य कारणों को समझेंगे, यह जानेंगे कि हमारा शरीर इस तरह की प्रतिक्रिया क्यों देता है, और उन सरल घरेलू उपायों और जीवनशैली में बदलावों पर चर्चा करेंगे, जिनसे इस समस्या को कम या खत्म किया जा सकता है।
सुबह चक्कर आने के मुख्य कारण (Main Causes of Morning Dizziness)
सुबह के समय चक्कर आने के पीछे कोई एक कारण नहीं होता, बल्कि यह कई शारीरिक स्थितियों का मिला-जुला परिणाम हो सकता है।
1. पोस्चुरल हाइपोटेंशन (Postural Hypotension): यह सुबह के चक्कर का सबसे आम कारण है। जब आप लंबे समय तक लेटे रहने के बाद अचानक उठते हैं, तो गुरुत्वाकर्षण (gravity) के कारण रक्त तेजी से आपके पैरों की ओर जाता है। इससे मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह क्षण भर के लिए कम हो जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर अचानक गिरता है और आपको चक्कर या आंखों के सामने अंधेरा छाने जैसा महसूस होता है।
2. डिहाइड्रेशन (Dehydration): रात में 7-8 घंटे सोते समय हम पानी नहीं पीते, लेकिन हमारा शरीर सांस लेने और पसीने के जरिए लगातार पानी खोता रहता है। सुबह तक शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे रक्त का आयतन (blood volume) कम हो जाता है और ब्लड प्रेशर गिर सकता है, जो चक्कर का कारण बनता है।
3. लो ब्लड शुगर (Low Blood Sugar / Hypoglycemia): रात के खाने और सुबह के नाश्ते के बीच एक लंबा अंतराल होता है। इस दौरान, शरीर में ब्लड शुगर का स्तर गिर सकता है, खासकर यदि आपने रात में हल्का भोजन किया हो या आप मधुमेह (diabetes) के रोगी हों। मस्तिष्क को ऊर्जा के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है, और इसकी कमी से चक्कर और कमजोरी महसूस हो सकती है।
4. कान के अंदरूनी हिस्से की समस्या (Inner Ear Issues): हमारे कान का अंदरूनी हिस्सा शरीर के संतुलन (balance) को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है। BPPV (Benign Paroxysmal Positional Vertigo) जैसी स्थितियों में, कान के अंदर मौजूद छोटे क्रिस्टल अपनी जगह से हट जाते हैं। जब आप सुबह सिर की स्थिति बदलते हैं (जैसे लेटने से उठना), तो यह क्रिस्टल गलत संकेत भेजते हैं, जिससे तेज चक्कर महसूस होता है।
5. स्लीप एपनिया (Sleep Apnea): यह एक नींद संबंधी विकार है जिसमें नींद के दौरान व्यक्ति की सांस बार-बार रुकती और चलती है। इससे रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, जिसके कारण सुबह उठने पर सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं।
6. दवाइयों का साइड इफेक्ट (Medication Side Effects): कुछ दवाएं, जैसे ब्लड प्रेशर की दवाएं, एंटीडिप्रेसेंट और दर्द निवारक, चक्कर आने का कारण बन सकती हैं।
निष्कर्ष: बचाव के उपाय और कब जाएं डॉक्टर के पास?
ज्यादातर मामलों में, आप अपनी जीवनशैली में कुछ सरल बदलाव करके सुबह के चक्कर की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं:
1. धीरे-धीरे उठें: बिस्तर से एकदम से न उठें। पहले कुछ पल बिस्तर पर बैठें, गहरी सांस लें और फिर धीरे-धीरे खड़े हों।
2. हाइड्रेटेड रहें: सोने से पहले और सुबह उठने के तुरंत बाद एक गिलास पानी पिएं। दिन भर पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लेते रहें।
3. संतुलित आहार लें: रात का खाना न छोड़ें और सुनिश्चित करें कि आपका आहार संतुलित हो। सुबह का नाश्ता भी समय पर करें।
4. शराब और कैफीन से बचें: रात में शराब और कैफीन का सेवन कम करें, क्योंकि ये डिहाइड्रेशन को बढ़ाते हैं।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि चक्कर बार-बार आता है, बहुत तेज होता है, या इसके साथ सीने में दर्द, तेज सिरदर्द, शरीर का कोई हिस्सा सुन्न होना, देखने या सुनने में परेशानी जैसे अन्य लक्षण भी दिखाई देते हैं, तो इसे गंभीरता से लें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है
MA