Diwali पर Sugar के मरीज भी खा सकेंगे मिठाई, बस अपनाएं ये 5 'Smart' तरीके
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर, 2025 : दिवाली का त्योहार रोशनी, खुशियों और ढेर सारे लजीज पकवानों का संगम है। घरों में मिठाइयों और नमकीन की महक भर जाती है, जिसे देखकर किसी के भी मुंह में पानी आ सकता है। यह एक ऐसा समय होता है, जब खाने-पीने पर कंट्रोल करना लगभग नामुमकिन सा हो जाता है, खासकर जब आप दोस्तों और रिश्तेदारों से घिरे हों।
लेकिन, यह त्योहार डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए एक बड़ी चुनौती लेकर आता है। मिठाइयां, तले-भुने पकवान और हाई-कार्ब वाले भोजन ब्लड शुगर (Blood Sugar) के स्तर को खतरनाक रूप से बढ़ा सकते हैं, जिससे थकान, डिहाइड्रेशन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में अक्सर मधुमेह के रोगी त्योहार का पूरा आनंद नहीं ले पाते और मन मारकर रह जाते हैं।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि थोड़ी सी समझदारी और सही प्लानिंग से डायबिटीज के मरीज भी दिवाली का भरपूर मजा ले सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि आप स्वादिष्ट चीजों से बिल्कुल दूर रहें, बल्कि जरूरत है सही विकल्पों को चुनने और मात्रा का ध्यान रखने की। आइए जानते हैं कि इस दिवाली डायबिटीज के मरीज अपनी डाइट (Diet) को कैसे मैनेज कर सकते हैं और मीठे की क्रेविंग (Craving) को कैसे शांत कर सकते हैं।
दिवाली में डायबिटीज के मरीजों के लिए डाइट टिप्स
1. मीठे की क्रेविंग को ऐसे करें शांत:
1.1 हेल्दी विकल्प चुनें: पारंपरिक मिठाइयों जैसे गुलाब जामुन, रसगुल्ला और बर्फी से बचें, क्योंकि इनमें चीनी बहुत अधिक होती है। इसकी जगह घर पर बनी शुगर-फ्री (sugar-free) मिठाइयां खाएं। आप खजूर, अंजीर या गुड़ से बनी मिठाइयां सीमित मात्रा में ले सकते हैं।
1.2 ड्राई फ्रूट्स हैं बेहतर: मीठे की जगह आप ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) जैसे बादाम, अखरोट और भुने हुए चने का सेवन कर सकते हैं। बेसन के लड्डू या मेवों से बनी मिठाइयां भी बेहतर विकल्प हैं।
1.3 मात्रा पर रखें कंट्रोल (Portion Control): अगर आप मिठाई खा भी रहे हैं, तो बहुत छोटी मात्रा में खाएं। खाने के बाद 10-15 मिनट की हल्की वॉक जरूर करें, इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
2. खाने-पीने में बरतें ये सावधानियां:
2.1 फाइबर युक्त भोजन: अपनी डाइट में फाइबर (Fibre) से भरपूर चीजों को शामिल करें, जैसे- सलाद, हरी पत्तेदार सब्जियां, खीरा, और अंकुरित अनाज। फाइबर ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ने देता है।
2.2 तले-भुने खाने से बचें: पूड़ी, कचौड़ी और अन्य तले-भुने स्नैक्स से परहेज करें। इसकी जगह लाइट और हेल्दी चीजें जैसे ढोकला, इडली या रोस्टेड स्नैक्स खाएं।
2.3 हाइड्रेशन है जरूरी: दिनभर में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। कोल्ड ड्रिंक या पैकेज्ड जूस पीने से बचें, इसकी जगह नारियल पानी, नींबू पानी या छाछ पिएं।
3. अपनी दिनचर्या न छोड़ें:
3.1 दवाएं समय पर लें: त्योहार की व्यस्तता के बीच अपनी दवाएं या इंसुलिन लेना न भूलें।
3. 2एक्टिव रहें: सुबह की वॉक, योग या हल्की-फुल्की एक्सरसाइज (exercise) जरूर करें। दिनभर एक जगह बैठे रहने से बचें।
3.3 ब्लड शुगर की जांच करें: त्योहार के दौरान नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर के स्तर की जांच करते रहें ताकि आप समय पर जरूरी कदम उठा सकें।
संक्षेप में, दिवाली का त्योहार संयम और संतुलन का संदेश देता है। डायबिटीज के मरीज भी सही जानकारी और स्मार्ट विकल्पों के साथ इस त्योहार का पूरा आनंद ले सकते हैं। थोड़ी सी सावधानी बरतकर आप न केवल अपनी सेहत का ध्यान रख पाएंगे, बल्कि त्योहार की खुशियों को भी दोगुना कर पाएंगे।