Health Alert : अगर पैरों में दिख रहे हैं ये 5 'बदलाव', तो तुरंत डॉक्टर के पास भागें!
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 21 अक्टूबर, 2025 : अक्सर लोग अपने पैरों की सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि शरीर की कई बड़ी बीमारियों के शुरुआती संकेत यहीं से मिलते हैं। पैरों में अचानक सूजन, रंग बदलना या बार-बार झनझनाहट जैसी समस्याएं केवल बाहरी परेशानी नहीं, बल्कि दिल, किडनी या डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों की ओर संकेत कर सकती हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पैर शरीर की स्थिति का आईना होते हैं (Mirror of Body Health)। जब शरीर के अंदर कोई गड़बड़ी होती है, तो उसका असर सबसे पहले टांगों और पैरों पर दिख सकता है। यही कारण है कि अगर पैरों में कुछ असामान्य बदलाव नजर आएं, तो उसे नज़रअंदाज करने की गलती न करें। समय पर जांच और डॉक्टर से सलाह लेना कई गंभीर बीमारियों से बचा सकता है।
1. पैरों में सूजन (Swelling in Feet)
अगर सुबह उठते ही या दिन के आखिर में आपके पैरों में सूजन रहती है, तो यह हृदय (Heart), किडनी (Kidney) या लीवर (Liver) से जुड़ी समस्या हो सकती है।
1.1 लगातार सूजन रहना जल प्रतिधारण (Fluid Retention) या उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) का संकेत भी हो सकता है।
1.2 गर्भवती महिलाओं में यह सामान्य हो सकता है, लेकिन सामान्य स्थिति में ऐसा होना डॉक्टर से जांच कराने योग्य है।
2. पैरों का रंग बदलना (Discoloration of Feet)
पैरों या उंगलियों का पीला, नीला या लाल पड़ना ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) में दिक्कत का संकेत है।
2.1 ऐसा तब होता है जब पैरों तक पर्याप्त ऑक्सीजनयुक्त रक्त (Oxygenated Blood) नहीं पहुंच पाता।
2.2 यह परिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral Artery Disease - PAD) जैसी स्थिति का लक्षण हो सकता है।
3. पैरों में सुन्नपन या झनझनाहट (Numbness or Tingling)
अगर पैरों में बार-बार झनझनाहट या सुन्नपन महसूस हो रहा है, तो यह नर्व डैमेज (Nerve Damage) का संकेत हो सकता है।
3.1 यह समस्या ज्यादातर डायबिटीज (Diabetes) या विटामिन-B12 की कमी (Vitamin B12 Deficiency) से होती है।
3.2 इलाज न कराने पर यह स्थायी तंत्रिका क्षति (Permanent Nerve Damage) में बदल सकती है।
4. पैरों में घाव या अल्सर न भरना (Non-Healing Wounds)
अगर पैरों पर कोई घाव या अल्सर (Ulcer) लंबे समय तक नहीं भर रहा है, तो सतर्क हो जाएं।
4,1 यह मधुमेह (Diabetic Ulcer) या पैरों में रक्त संचार की कमी का संकेत हो सकता है।
4.2 ऐसा अक्सर उन मरीजों में होता है जिनका ब्लड शुगर नियंत्रण में नहीं रहता।
5. पैरों से दुर्गंध या अत्यधिक पसीना (Bad Odour or Excessive Sweating)
अगर पैरों से लगातार दुर्गंध आ रही है या बिना कारण अत्यधिक पसीना आता है, तो यह फंगल इंफेक्शन (Fungal Infection) या हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) जैसी समस्या हो सकती है।
समय पर ट्रीटमेंट (Treatment) न लेने पर यह संक्रमण पूरे पैर में फैल सकता है।
निष्कर्ष
पैरों में दिखने वाले छोटे-छोटे बदलावों को नजरअंदाज न करें। कई बार यही संकेत बड़ी बीमारियों का प्रारंभिक रूप होते हैं। बेहतर होगा कि इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह ली जाए। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और पैरों की साफ-सफाई (Foot Hygiene) बनाए रखना आपके संपूर्ण स्वास्थ्य (Overall Health) की सुरक्षा का पहला कदम है।