पंजाब के लिए खतरे का अलर्ट! सरकार की एडवाइजरी से मचा हड़कंप
महक अरोड़ा
21 मई 2025 : मई की शुरुआत से ही सूरज आसमान में आग उगल रहा है। तापमान लगातार 40 डिग्री के पार जा रहा है और गर्म हवाएं लोगों की सेहत पर सीधा असर डाल रही हैं। अस्पतालों में लू और डिहाइड्रेशन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोतरा ने कहा कि ज्यादा देर तक गर्मी में रहने या प्यास लगने पर भी पानी न पीने से हीट स्ट्रोक जैसी खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है, जो सीधे जान पर बन सकती है। उन्होंने लोगों से कहा है कि "गर्मी को हल्के में न लें, सही समय पर सही कदम उठाना ज़रूरी है।"
हीट स्ट्रोक के लक्षण क्या हैं? ऐसे पहचानें खतरे की शुरुआत:
शरीर का तापमान 40°C (104°F) या उससे अधिक हो जाना
चक्कर आना, उलझन या बेहोशी
त्वचा का लाल और सूखा होना (पसीना बंद हो जाना)
तेज़ सिरदर्द, घबराहट, उल्टी और कमजोरी
मानसिक भ्रम या बातचीत में गड़बड़ी
ऐसे किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें। मरीज को तुरंत छांव में ले जाएं, कपड़े ढीले करें और ठंडे पानी या बर्फ से शरीर को ठंडा करें। यदि वह होश में है, तो ORS का घोल या सादा पानी दें। स्थिति गंभीर हो तो देरी किए बिना अस्पताल पहुंचाएं।
कैसे करें लू से बचाव? विशेषज्ञों ने बताए ये जरूरी उपाय:
जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. जगदीप सिंह ने बताया कि गर्मी के मौसम में थोड़ा सतर्क रहकर ही लू से बचा जा सकता है। उन्होंने आम जनता को निम्न सुझाव दिए हैं:
- हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें
- दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें
- बाहर निकलते वक्त छाता, टोपी, दुपट्टा ज़रूर लें
- ज्यादा पानी पिएं, लस्सी, नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन करें
- तरबूज, खीरा, खरबूजा जैसे मौसमी फल ज़रूर खाएं
- सॉफ्ट ड्रिंक्स, शराब, चाय और कॉफी जैसे डिहाइड्रेट करने वाले पेय से बचें
- धूप में खड़ी गाड़ी में बिल्कुल न बैठें
इन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा, विशेष सतर्कता ज़रूरी:
- नवजात और छोटे बच्चे
- गर्भवती महिलाएं
- 65 साल या उससे ऊपर के बुज़ुर्ग
- दिल, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़
- मानसिक रोगी
- धूप में काम करने वाले मज़दूर, किसान, खिलाड़ी
इन लोगों को खास ध्यान रखने की ज़रूरत है क्योंकि हीट स्ट्रोक इनके लिए और भी घातक हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील: लापरवाही नहीं, समझदारी दिखाएं
गर्मी से जुड़ी बीमारियां अचानक बढ़ती हैं और जानलेवा साबित हो सकती हैं। इसलिए बचाव ही सबसे बेहतर इलाज है। स्वास्थ्य विभाग ने दोहराया है कि "हर 20 मिनट में थोड़ा पानी पिएं, मौसम की चाल को समझें और खुद को सुरक्षित रखें।"
MA
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