रणजीत सिंह ढड्ढरियांवाले की क्षमा याचना श्री अकाल तख्त साहिब ने की स्वीकार
महक अरोड़ा
21 मई 2025 : प्रसिद्ध सिख प्रचारक रणजीत सिंह ढड्ढरियांवाले आज श्री अकाल तख्त साहिब में पेश हुए और पाँच सिंह साहिबान के समक्ष अपने पूर्व के विवादित बयानों को लेकर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करते हुए क्षमा याचना की। श्री अकाल तख्त साहिब ने उनकी खिमा याचना स्वीकार करते हुए, उन्हें 501 रुपये की देग अर्पित करने का निर्देश दिया।
कार्यकारी जथेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गढ़गज ने पाँच सिंह साहिबान के निर्णय के अनुसार रणजीत सिंह को आदेश दिया कि वे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी, श्री अकाल तख्त साहिब, सिख मर्यादा और पंथक परंपराओं के अनुरूप सिख धर्म का प्रचार करें। रणजीत सिंह ढड्ढरियांवाले ने इन सभी निर्देशों को पूर्ण सम्मान सहित स्वीकार किया।
निर्देशों में क्या क्या कहा गया?
उन्हें यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया कि—
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गुरु के सरोवरों के विरुद्ध कोई बयानबाज़ी न करें
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धार्मिक शिक्षाओं (साखियों) को मर्यादा अनुसार प्रस्तुत करें
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खालसा पंथ की एकजुटता को प्राथमिकता दें
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किसी भी धार्मिक संगठन या जत्थेबंदी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी से परहेज़ करें
श्री अकाल तख्त साहिब ने रणजीत सिंह ढड्ढरियांवाले पर पूर्व में लगी प्रचार संबंधी रोक हटा दी है, और उन्हें यह भी कहा गया कि यदि भविष्य में प्रचार सेवा में कोई कठिनाई आए, तो वे श्री अकाल तख्त साहिब से मार्गदर्शन ले सकते हैं।
अन्य प्रमुख शख्सियतें भी हुईं पेश
रणजीत सिंह ढड्ढरियांवाले के साथ-साथ हरविंदर सिंह सरना, श्री अकाल तख्त साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी गुरमुख सिंह और ज्ञानी रणजीत सिंह गोहर भी श्री अकाल तख्त साहिब में पेश हुए।
ढड्ढरियांवाले का बयान
रणजीत सिंह ढड्ढरियांवाले ने कहा,“मैंने अपने द्वारा बोले गए अनुचित शब्दों की माफ़ी मांग ली है। उन्होंने आगे कहा कि“आज पंजाब में जिस प्रकार धर्मांतरण और नशे का प्रभाव युवाओं पर बढ़ रहा है, ऐसे में सभी सिख संगठनों को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। यही कारण है कि मैंने स्वयं आकर क्षमा याचना की है, ताकि पंथक एकता बनी रहे।”
MA
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