CBSE का चॉकलेटी अलर्ट: बच्चों की सेहत बचाने के लिए स्कूलों में लगेगा 'शुगर बोर्ड'
महक अरोड़ा
21 मई 2025 : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक सराहनीय पहल की है। बोर्ड ने सभी संबद्ध स्कूलों को निर्देश जारी किया है कि वे अपने स्कूल परिसर में 'शुगर बोर्ड' (Sugar Board) स्थापित करें। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में अधिक चीनी के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
बच्चों में बढ़ रही है टाइप 2 डायबिटीज की समस्या
CBSE द्वारा जारी परिपत्र (क्रमांक: Acad-26/2025) के अनुसार, यह निर्णय हाल ही में सामने आई उन रिपोर्टों के बाद लिया गया है, जिनमें बताया गया है कि 4 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चे अनुशंसित मात्रा से कहीं अधिक चीनी का सेवन कर रहे हैं।
रिपोर्टों के मुताबिक, 4 से 10 वर्ष की उम्र के बच्चे अपनी कुल कैलोरी का लगभग 13% चीनी से प्राप्त कर रहे हैं, जबकि 11 से 18 वर्ष की उम्र वाले बच्चे 15%। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दैनिक कैलोरी में से केवल 5% चीनी लेने की सलाह दी है।
शुगर बोर्ड पर होगी जरूरी जानकारी
स्कूलों में बनाए जाने वाले 'शुगर बोर्ड' पर यह जानकारी प्रदर्शित की जाएगी:
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बच्चों के लिए प्रतिदिन अनुशंसित चीनी की मात्रा
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आमतौर पर खाए जाने वाले प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (जैसे जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक) में पाई जाने वाली चीनी की मात्रा
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स्वस्थ और संतुलित आहार के लिए बेहतर विकल्प
सेमिनार और वर्कशॉप भी होंगे आयोजित
सिर्फ बोर्ड लगाने तक ही यह पहल सीमित नहीं है। CBSE ने सभी स्कूलों को यह भी निर्देश दिया है कि वे बच्चों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन करें। इसके अंतर्गत, स्कूलों को अपनी गतिविधियों की फोटो और संक्षिप्त रिपोर्ट PDF फॉर्मेट में 15 जुलाई 2025 तक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जमा करनी होगी।
CBSE का संदेश: स्वस्थ बच्चे, स्वस्थ राष्ट्र
CBSE की अकादमिक निदेशक डॉ. प्रज्ञा एम. सिंह द्वारा हस्ताक्षरित इस परिपत्र में सभी स्कूलों से आग्रह किया गया है कि वे समय पर इस दिशा में कार्रवाई करें और छात्रों के लिए एक स्वस्थ और जागरूक शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करें।
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