21 जुलाई : इतिहास के पन्नों में आज का दिन
Babushahi Bureau
चंडीगढ़, 21 July 2025 : इतिहास कभी सोता नहीं, हर दिन अपनी एक नई कहानी कहता है। 21 जुलाई का दिन भी भारतीय और वैश्विक इतिहास में एक विशेष स्थान रखता है। यह दिन विज्ञान, राजनीति और कला के क्षेत्र में घटी महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। एक ओर जहां इस दिन मानवता ने अंतरिक्ष में एक नई छलांग लगाई, वहीं दूसरी ओर भारतीय राजनीति ने एक नए राष्ट्रपति का स्वागत किया। यह तारीख हमें उन क्षणों की याद दिलाती है जिन्होंने दुनिया और हमारे देश की दिशा को प्रभावित किया।
आज के दिन हम उन ऐतिहासिक पलों को फिर से याद कर रहे हैं जिन्होंने न केवल सुर्खियां बटोरीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल भी कायम की। चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पड़ाव हो या अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता का प्रतीक, 21 जुलाई की हर घटना अपने आप में एक कहानी समेटे हुए है। आइए, नजर डालते हैं इतिहास के पन्नों में दर्ज आज की कुछ प्रमुख घटनाओं पर।
इतिहास के पन्नों में आज का दिन
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1963: काशी विद्यापीठ को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया।
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1969: अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और एडविन एल्ड्रिन चंद्रमा पर उतरे।
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1977: नीलम संजीव रेड्डी भारत के राष्ट्रपति चुने गए।
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1988: भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह इनसैट-1सी का प्रक्षेपण किया गया।
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1995: भारतीय हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार सज्जाद हुसैन का निधन हुआ।
निष्कर्ष
इस प्रकार, 21 जुलाई का दिन इतिहास में कई मायनों में यादगार है। यह दिन हमें भारत के शैक्षिक, राजनीतिक और तकनीकी विकास की याद दिलाता है, तो वहीं वैश्विक स्तर पर मानवता की अदम्य भावना और अन्वेषण की इच्छा का जश्न भी मनाता है। इन घटनाओं का महत्व आज भी उतना ही प्रासंगिक है और यह हमें निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
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