चंडीगढ़ नगर निगम ने लॉन्च किया स्ट्रीट वेंडर मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल
डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम, अब रेहड़ी-पटरी वालों को मिलेगी ऑनलाइन सुविधाएं
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 10 जुलाई:
रेहड़ी-पटरी वालों को व्यापार में डिजिटल सहूलियत और प्रशासनिक पारदर्शिता प्रदान करने के उद्देश्य से चंडीगढ़ नगर निगम ने आज "स्ट्रीट वेंडर मोबाइल ऐप" और "वेंडर सेल वेब पोर्टल" का औपचारिक उद्घाटन किया। इस नई डिजिटल पहल की शुरुआत महापौर हरप्रीत कौर बबला और नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, आईएएस द्वारा की गई।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़ (SPIC) की तकनीकी सहायता से तैयार इस ऐप और पोर्टल के महत्व को रेखांकित किया गया। महापौर ने कहा कि यह प्लेटफ़ॉर्म चंडीगढ़ के पंजीकृत स्ट्रीट वेंडरों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाकर उनके कामकाज को सुगम बनाएगा।
स्ट्रीट वेंडर मोबाइल ऐप की मुख्य विशेषताएं
एंड्रॉइड पर उपलब्ध यह ऐप कई उपयोगी सेवाएं एक क्लिक पर उपलब्ध कराता है:
- ऑनलाइन भुगतान सुविधा: मासिक वेंडिंग शुल्क (स्टेशनरी या मोबाइल), पंजीकरण शुल्क, नवीनीकरण शुल्क और चालान आदि का आसान भुगतान।
- पेमेंट हिस्ट्री व रसीदें: सभी पुराने भुगतानों की जानकारी और रसीदों की डाउनलोड सुविधा।
- प्रोविजनल वेंडिंग सर्टिफिकेट तक सीधी पहुंच।
- मोबाइल नंबर अपडेट जैसे सेवा अनुरोध ऑनलाइन सबमिट करना।
- भुगतान अलर्ट व नोटिफिकेशन।
- तीन भाषाओं में सुविधा: हिंदी, अंग्रेज़ी और पंजाबी में ऐप का उपयोग संभव।
यह पोर्टल विक्रेता-संबंधी सेवाओं का व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसकी खासियतें हैं:
- नीतियों और उपनियमों तक पहुंच: विक्रेता अपने अधिकार, शुल्क, और नियमों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- विक्रेता स्थिति सत्यापन टूल: वे जान सकते हैं कि वे पंजीकृत हैं या नहीं।
- वेंडिंग जोन और स्थल की नक्शे: तयशुदा स्थानों की जानकारी आसानी से मिल सकेगी।
- रियल टाइम डैशबोर्ड: दैनिक लेन-देन, कुल सक्रिय विक्रेताओं, और शुल्क संग्रह जैसे आंकड़े सार्वजनिक रूप से दिखाए जाएंगे।
आयुक्त का वक्तव्य:
आयुक्त अमित कुमार ने कहा, "यह डिजिटल बदलाव हमारे रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं को सुविधा, पारदर्शिता और सेवाओं तक तुरंत पहुँच प्रदान करेगा। नगर निगम सेवा वितरण को सरल, आधुनिक और सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम डिजिटल इंडिया और स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।"
पहले दिन वितरित हुए पहचान पत्र और प्रमाणपत्र:
कार्यक्रम के दौरान 20 पंजीकृत विक्रेताओं को डिजिटल पहचान पत्र और सर्टिफिकेट ऑफ वेंडिंग (COV) वितरित किए गए।
यह ऐप और पोर्टल अब चंडीगढ़ के हजारों स्ट्रीट वेंडरों को सरकारी सेवाओं तक ऑनलाइन पहुँच प्रदान करेंगे। इससे न केवल भ्रष्टाचार और पेपरवर्क में कमी आएगी, बल्कि स्ट्रीट वेंडिंग को एक संरचित और सम्मानजनक पेशा बनाने में भी मदद मिलेगी।
यह पहल डिजिटल भारत और "स्वनिधि योजना" जैसे प्रयासों को ज़मीनी स्तर पर मजबूती देती है और चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी के तौर पर आगे ले जाने का सशक्त कदम है।
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