देशभर में मानसून का कहर: त्रिपुरा में रेड अलर्ट, कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
बाबूशाही ब्यूरो
नई दिल्ली, 10 जुलाई: देशभर में सक्रिय मानसून के चलते मौसम विभाग ने त्रिपुरा में रेड अलर्ट जारी किया है। पूर्वोत्तर और मध्य भारत के कई हिस्सों में अत्यधिक वर्षा की आशंका जताई गई है। इसके साथ ही हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पश्चिमी मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
बीते 24 घंटे: अधिकांश राज्यों में मूसलाधार बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश (पूर्वी व पश्चिमी भाग), छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, उत्तराखंड, पश्चिमी राजस्थान और हरियाणा में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।
वहीं दक्षिण भारत के राज्यों — गुजरात, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह — में हल्की से भीषण बारिश की सूचना है।
पूर्वोत्तर भारत के असम, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में भी अत्यंत भारी बारिश हुई है। कई स्थानों पर तेज हवाओं और आंधी के कारण पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने जैसी घटनाएं सामने आई हैं।
अगले 3 दिनों में कहां होगी बारिश?
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पूर्व और मध्य भारत:
पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र, मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, सिक्किम और झारखंड में अगले 2-3 दिनों के दौरान भारी वर्षा की संभावना है। कहीं-कहीं गरज, बिजली और तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
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उत्तर भारत:
उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, पूर्वी-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश का अनुमान है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और मैदानी इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
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पश्चिम भारत:
गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण-गोवा, सौराष्ट्र-कच्छ और मध्य प्रदेश के घाट क्षेत्रों में भारी बारिश के आसार हैं।
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पूर्वोत्तर भारत:
असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले 3-4 दिनों तक गरज के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग की अपील:
मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां रेड या ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वहां बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं की आशंका बनी हुई है।
मानसून ने देश के कई हिस्सों में राहत और मुश्किलें साथ-साथ दी हैं। जहां एक ओर गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर जलभराव, ट्रैफिक जाम, फसलों को नुकसान और बिजली आपूर्ति बाधित होने जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। आने वाले दिनों में सतर्कता ही सुरक्षा की पहली शर्त है।
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