गुरुग्राम डूबा, जींद में किसानों को राहत — हरियाणा में मूसलाधार बारिश ने बदली तस्वीर
रमेश गोयत
चंडीगढ, 9 जुलाई: बुधवार शाम हरियाणा में हुई मूसलाधार बारिश ने गुरुग्राम का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। करीब दो घंटे तक लगातार हुई बारिश के चलते एमजी रोड, साइबर हब, नरसिंहपुर, सेक्टर 29, 31, 38, 40, 44, 50, 51, 55, 56 और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड जैसे इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। इस कारण यातायात ठप हो गया और कई वाहन पानी में फंस गए। लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
प्रशासन के दावों की खुली पोल
हर साल मानसून से पहले जल निकासी को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन बारिश शुरू होते ही हालात बेकाबू हो जाते हैं। जलभराव से त्रस्त शहरवासियों का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूटा। लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर कब गुरुग्राम को जलभराव से निजात मिलेगी। कई नागरिकों ने आरोप लगाया कि निगम और जिला प्रशासन की तैयारी केवल कागजों तक सीमित रही।
बिजली आपूर्ति भी बाधित, शहर में छाया अंधेरा
तेज बारिश के चलते कई इलाकों में बिजली भी गुल हो गई, जिससे लोग अंधेरे में फंसे रहे। खासकर दफ्तर से लौट रहे कर्मचारियों, बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। कई स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल भी बंद हो गए, जिससे जाम और बढ़ गया।
जींद में बारिश बनी राहत और परेशानी का कारण
जींद में बारिश ने जहां गर्मी और उमस से राहत दी, वहीं कई इलाकों में जलभराव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। गोहाना रोड, सफीदों रोड, बत्तख चौक और टपरीवास कॉलोनी में जलभराव से वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानी हुई। कई जगह बिजली भी बाधित रही।
धान की खेती को मिला संजीवनी
जींद में यह बारिश किसानों के लिए संजीवनी साबित हुई। सफीदों और पिल्लूखेड़ा ब्लॉक में धान की रोपाई को गति मिली है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. राजेश ने बताया कि बारिश से फसलों को लाभ हुआ है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री रहा, जबकि हवा की गति 8 किलोमीटर प्रति घंटा और आर्द्रता 84% रही।
मौसम विभाग का अलर्ट — अगले 24 घंटे रहें सतर्क
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने हरियाणा के 16 जिलों — पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह — में बारिश की चेतावनी दी है।
जहां एक ओर बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया है, वहीं दूसरी ओर जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याएं लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस बार इन समस्याओं से निपटने में कितना गंभीर कदम उठाता है।
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