VS Achuthanandan Death : केरल के पूर्व CM अच्युतानंदन का निधन, जानिए राजनीति में क्या थी उनकी अहम भूमिका
Babushahi Bureau
तिरुवनंतपुरम, 21 जुलाई 2025 : तिरुवनंतपुरम से दुखद खबर आई है। केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM) के वरिष्ठ नेता वी.एस. अच्युतानंदन का सोमवार निधन हो गया। वे 101 साल के थे। माकपा ने उनकी मौत की पुष्टि की है।
अच्युतानंदन लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 23 जून को उन्हें घर पर संदिग्ध हृदयाघात हुआ था, जिसके बाद उन्हें तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद से वे लगातार अस्पताल में थे और पार्टी नेताओं की निगरानी में उनका इलाज चल रहा था।
सोमवार को ही मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और वित्त मंत्री केएन बालगोपाल समेत कई बड़े नेता अस्पताल में उनसे मिलने पहुंचे थे। लेकिन देर रात माकपा ने दुखद सूचना दी— केरल की राजनीति का एक युग समाप्त हो गया।
2021 में सार्वजनिक जीवन से लिया था संन्यास, बेटे और बेटी के साथ रह रहे थे
जनवरी 2021 में उन्होंने प्रशासनिक सुधार समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे सार्वजनिक जीवन से पूरी तरह अलग हो गए थे और तिरुवनंतपुरम में अपने बेटे या बेटी के साथ रह रहे थे।
कौन थे वी.एस. अच्युतानंदन?
1. वी.एस. अच्युतानंदन को केरल की राजनीति का सबसे बड़ा नाम माना जाता है। वे मजदूरों के हक़, सामाजिक न्याय और किसानों के लिए आजीवन लड़ते रहे।
2. उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन बहुत कम उम्र में शुरू किया था। वे भारत में मार्क्सवादी आंदोलन की नींव रखने वालों में शामिल थे।
3. 1964 में जब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का विभाजन हुआ था, तब वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी CPI(M) की स्थापना करने वाले शुरुआती नेताओं में शामिल थे।
4. उन्होंने कुल 10 विधानसभा चुनाव लड़े, जिनमें से 7 बार जीत दर्ज की और 3 बार हार का सामना किया।
5. साल 2006 से 2011 तक वे केरल के मुख्यमंत्री रहे और इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर कई ऐतिहासिक फैसले लिए।
MA
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