BIG BREAKING : एक ही झटके में 117 मौतें, चीख-पुकार से गूंज उठा इलाका!
महक अरोड़ा
31 मई 2025 : मध्य नाइजीरिया इस वक्त भीषण बाढ़ की चपेट में है। लगातार कई घंटों तक हुई भारी बारिश के बाद आई बाढ़ में अब तक 117 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, करीब 1,500 लोग प्रभावित और 200 लोग विस्थापित हो चुके हैं। दर्जनों घर बह चुके हैं और कई लोग अभी भी लापता हैं।
यह तबाही बुधवार रात मोक्वा में शुरू हुई, जब मूसलाधार बारिश कई घंटों तक जारी रही।
पास के शहर में एक बांध टूटने से हालात और ज्यादा खराब हो गए।
खेत, सड़कें और जरूरी बुनियादी ढांचे पूरी तरह तबाह हो गए हैं।
बाढ़ का कहर: अब तक की बड़ी बातें
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मौतों का आंकड़ा 117 तक पहुंचा, शुरुआत में 21 मौतों की पुष्टि हुई थी
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1,500 से ज्यादा लोग प्रभावित, 200 से ज्यादा विस्थापित
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मोक्वा कस्बे में 50 से अधिक घर डूबे, कई घर बह गए
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खेत और जरूरी बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान
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अगले 48 घंटे में और बारिश की चेतावनी, दक्षिणी हिस्से हाई अलर्ट पर
कैसे शुरू हुआ ये कहर?
बुधवार देर रात मोक्वा में जबरदस्त बारिश हुई, जो कई घंटों तक थमी नहीं। पानी इतना तेज़ था कि कई घर बह गए और लोग फंसे रह गए। पास के शहर में एक बांध टूट गया, जिससे बाढ़ का पानी बेकाबू हो गया। गुरुवार सुबह तक हालात बिगड़ चुके थे। पहले मृतकों की संख्या 21 बताई गई थी, जो धीरे-धीरे बढ़ते हुए 117 हो गई।
इब्राहिम हुसैनी, नाइजर राज्य आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख ने बताया कि, "हम राहत और बचाव कार्य लगातार चला रहे हैं, लेकिन हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं। कई गांवों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।"
क्या-क्या हुआ नुकसान?
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50 से अधिक घर पूरी तरह नष्ट
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फसलें जलमग्न, किसान बर्बादी के कगार पर
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स्कूल, सड़कें और अस्पतालों को नुकसान
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बिजली और पानी की सप्लाई बंद, लोग शिविरों में रहने को मजबूर
यह पहला हादसा नहीं...
पिछले सितंबर 2024 में भी नाइजीरिया में भारी बाढ़ आई थी, जिसमें 30 लोगों की जान गई थी और लाखों लोग विस्थापित हुए थे। उस वक्त भी एक बांध टूटने से बाढ़ ने भयंकर रूप लिया था। इस बार हालात और ज़्यादा भयानक हैं।
इंटरनेशनल एजेंसियों की रिपोर्ट क्या कहती है?
रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट (IFRC) की रिपोर्ट के मुताबिक:
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1,500 से ज्यादा लोग प्रभावित
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200 लोग बेघर, कई आश्रय शिविरों में
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50 घर और खेत नष्ट, पानी अब भी बढ़ रहा है
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अगले 48 घंटों में और बारिश की संभावना जताई गई है
लोगों को तुरंत मदद की ज़रूरत
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भोजन, पीने का पानी और दवाइयों की भारी कमी
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प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही
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प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाएं मिलकर कर रही हैं राहत का प्रयास
MA