हरियाणा पुलिस ने बनाई 4900 दबंगों की सूची, डीजीपी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश: अब दबंगों पर चलेगा कानून का डंडा
रमेश गोयत
पंचकूला/चंडीगढ़, 2 जून 2025
हरियाणा पुलिस ने प्रदेशभर में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले, लोगों को डराने-धमकाने वाले और अवैध वसूली जैसे आपराधिक गतिविधियों में लिप्त 4900 दबंगों की पहचान कर उनकी सूची तैयार कर ली है। यह पहली बार है जब प्रदेश स्तर पर इतनी बड़ी संख्या में दबंगों की विस्तृत लिस्ट तैयार कर एक्शन प्लान बनाया गया है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को निर्देश दिए हैं कि इन दबंगों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए।
डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में दबंगई, बदमाशी और अवैध वसूली जैसी गतिविधियों के लिए कोई जगह नहीं है। जो लोग आम जनता को डराते-धमकाते हैं, अवैध वसूली करते हैं, धमकी देते हैं या कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाते हैं, उनके खिलाफ "जीरो टॉलरेंस" की नीति के तहत कार्रवाई की जाएगी। ऐसे तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस हर स्तर पर सक्रिय रहेगी।
क्यों बनी 4900 दबंगों की सूची?
डीजीपी कपूर के अनुसार, पुलिस मुख्यालय को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कुछ असामाजिक तत्व लोगों को धमका रहे हैं, व्यापारियों से वसूली कर रहे हैं, झगड़े-झंझट और अवैध कब्जों में लिप्त हैं। इसके बाद पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाकर ऐसे तत्वों की पहचान की। जिलावार पुलिस टीमों ने स्थानीय थानों, खुफिया विभाग, साइबर सेल और सीसीटीवी निगरानी के आधार पर इन दबंगों की प्रोफाइलिंग की। इनमें हिस्ट्रीशीटर, पुराने आपराधिक रिकॉर्ड वाले, हाल ही में विवादों में शामिल लोग और कुछ सोशल मीडिया पर खुलेआम धमकी देने वाले भी शामिल हैं।
नशा मुक्ति मॉडल हर जिले में लागू, डोर-टू-डोर सर्वे होंगे
हिसार रेंज में नशा मुक्ति के लिए अपनाए गए मॉडल की सराहना करते हुए डीजीपी ने कहा कि यह मॉडल हर जिले में लागू किया जाए। हर जिले में एक समर्पित अधिकारी के नेतृत्व में 5-6 सदस्यों की टीम बनाई जाए, जो घर-घर जाकर सर्वे करे और नशा करने वालों की पहचान कर उन्हें उपचार और पुनर्वास के लिए प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि पुलिस और समाज के सहयोग से हरियाणा को नशामुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
शराब ठेकों की नीलामी प्रक्रिया के दौरान विशेष सतर्कता
बैठक में आबकारी एवं कराधान विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती आशिमा बराड़ ने भाग लिया और बताया कि अगले एक महीने तक चलने वाली शराब ठेकों की नीलामी प्रक्रिया के दौरान भिवानी, हिसार, रोहतक और यमुनानगर जिलों में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।
डीजीपी कपूर ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि ठेकेदारों को भयमुक्त माहौल दिया जाए ताकि वे निडर होकर नीलामी में भाग लें। उन्होंने कहा कि 30 जून तक चलने वाली नीलामी प्रक्रिया के दौरान असामाजिक तत्वों पर सख्त नजर रखी जाए, और आबकारी विभाग के साथ समन्वय बनाकर प्रभावी रणनीति तैयार की जाए।
हरियाणा पुलिस की प्रतिबद्धता
डीजीपी ने कहा कि हरियाणा पुलिस अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, “चाहे ईआरवी की तैनाती हो, कंट्रोल रूम की रणनीति हो या नशा मुक्ति अभियान, हरियाणा पुलिस नागरिकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रही है।”
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