चंडीगढ: राष्ट्रीय आपातकाल/आपदा प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग की व्यापक तैयारी
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 09 मई 2025 — भारत सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए, स्वास्थ्य विभाग, यूटी चंडीगढ़ ने किसी भी संभावित आपदा या राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान त्वरित और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी की है। इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिससे आपात स्थिति में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
प्रमुख प्रबंध:
नियंत्रण कक्ष की स्थापना:
जीएमएसएच-16, चंडीगढ़ में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसके लिए एक समर्पित नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। नियंत्रण कक्ष को रोटेशनल ड्यूटी पर आवश्यक कर्मचारियों के साथ संचालित किया जा रहा है।
आपातकालीन सेवाओं का सुदृढ़ीकरण:
जीएमएसएच-16 और अन्य सिविल अस्पतालों के आपातकालीन विभागों को पर्याप्त जनशक्ति, चिकित्सा उपकरण और आवश्यक दवाइयों के साथ मजबूत किया गया है।
कर्मचारियों की छुट्टियाँ रद्द:
स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं और रोटेशनल ड्यूटी रोस्टर तैयार किए गए हैं ताकि आपात स्थिति में सेवाओं में कोई बाधा न आए।
एम्बुलेंस बेड़े का विस्तार:
एम्बुलेंस बेड़े को आवश्यक उपकरणों, प्रशिक्षित जनशक्ति और दवाओं से सुसज्जित किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सेवा उपलब्ध हो सके।
दवाइयों और उपकरणों का प्रबंधन:
आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक सभी महत्वपूर्ण दवाइयां खरीदी गई हैं। उपभोग्य सामग्रियों और चिकित्सा उपकरणों की विस्तृत सूची तैयार की गई है।
संचार नेटवर्क को मजबूत किया गया:
अस्पतालों में संचार नेटवर्क को उन्नत किया गया है ताकि आपात स्थिति में सूचना का त्वरित आदान-प्रदान सुनिश्चित हो।
एसओपी की समीक्षा और प्रशिक्षण:
आपदा प्रबंधन के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) की समीक्षा की गई है। सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है कि ब्लैकआउट या अन्य आपात परिस्थितियों में कैसे कार्य करना है।
वैकल्पिक सर्जरी पर रोक:
आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए, वैकल्पिक सर्जरियों को अस्थायी रूप से कम कर दिया गया है। हालांकि, आपातकालीन सर्जरी पूरी तत्परता से की जाएंगी।
ब्लड बैंक में रक्त संग्रहण अभियान:
ब्लड बैंक ने रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विशेष रक्तदान शिविरों का आयोजन किया है।
समन्वय बैठकें:
पीजीआईएमईआर, जीएमसीएच 32 और निजी अस्पतालों के बीच समन्वय स्थापित किया गया है। निजी अस्पतालों और चिकित्सकों को जागरूक करने के लिए आईएमए के साथ बैठकें आयोजित की गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग का यह कदम सुनिश्चित करता है कि किसी भी आपात स्थिति में चंडीगढ़ की जनता को त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवाएं मिल सकें। प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे आपात स्थिति में संयम बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
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