विदेश भेजने के नाम पर ठगी का जाल: चंडीगढ़ में फर्जी इमिग्रेशन कंपनियों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
अब तक 25 से अधिक मामले दर्ज, कई गिरफ्तार, जांच जारी
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 11 जून 2025:
चंडीगढ़ में फर्जी इमिग्रेशन कंपनियों के खिलाफ पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया है। बिना पंजीकरण और डीएम, यूटी चंडीगढ़ की अनुमति के विदेश भेजने का दावा कर रहे इन एजेंटों के खिलाफ विभिन्न थानों में 25 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं। आरोपी युवा नौकरी या स्टडी वीजा के नाम पर भोले-भाले लोगों को विदेश भेजने का झांसा दे रहे थे।
पुलिस ने यह कार्रवाई अवैध आव्रजन को रोकने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के तहत की है। इनमें से ज्यादातर ऑफिस सेक्टर-8, सेक्टर-9, सेक्टर-17, सेक्टर-22, सेक्टर-34 और सेक्टर-35 में चल रहे थे, जो सैकड़ों युवाओं को निशाना बना चुके थे।
मुख्य गिरफ्तारियां और मामले:
पुलिस स्टेशन सेक्टर-03:
सागर (22) – करनाल निवासी, सेक्टर-9/सी में ऑफिस चला रहा था।
अनिल बेनीवाल (45) – पंचकूला निवासी, सेक्टर-8/सी से गिरफ्तार।
लवप्रीत सिंह (23) – पटियाला निवासी, सेक्टर-9/सी में फर्जी ऑफिस।
उपेंद्र सिंह (39) – चंडीगढ़ निवासी, सेक्टर-8/सी में बगैर अनुमति ऑफिस।
बलजिंदर सिंह (43) – नयागांव निवासी, सेक्टर-8/सी में ऑफिस चला रहा था। केस में इमिग्रेशन एक्ट भी जोड़ा गया।
पुलिस स्टेशन सेक्टर-17:
गुरजिंदर सिंह (28) – फाजिल्का निवासी, सेक्टर-17/सी से पकड़ा गया।
सतविंदर पाल (22) – कपूरथला निवासी, सेक्टर-17/डी में ऑफिस चला रहा था।
हिमांशु तिवारी (29) – सेक्टर-38/डी चंडीगढ़ निवासी।
अमनदीप सिंह (32) – लुधियाना निवासी, सेक्टर-17 में गैरकानूनी कंपनी चला रहा था।
हनी टंडन (30) – लुधियाना निवासी, चौथी मंजिल, सेक्टर-17/सी में ऑफिस।
पुलिस स्टेशन सेक्टर-26:
आशीष (40) – पंचकूला निवासी, सेक्टर-7/सी में ऑफिस।
अमनप्रीत सिंह (32) – यमुनानगर निवासी, सेक्टर-7/सी में बिना रजिस्ट्रेशन ऑफिस।
पुलिस स्टेशन सेक्टर-34:
अमित मंगल (48) – पंचकूला निवासी, सेक्टर-34 में फर्जी ऑफिस।
केशव कुमार – खरड़ निवासी, तीसरी मंजिल सेक्टर-34/ए में।
विशाल शर्मा (37) – कालका निवासी, सेक्टर-34/ए में ऑफिस चला रहा था।
पुलिस स्टेशन सेक्टर-36:
प्रदीप बेनीवाल (41) – मोहाली निवासी, सेक्टर-35/ए में ऑफिस।
प्रशांत वर्मा (25) – सेक्टर-47/डी निवासी, सेक्टर-35/सी में धंधा चला रहा था।
दिगिश नारंग (41) – लुधियाना निवासी, ग्लोबल कैरियर कंसल्टेंट्स लिमिटेड सेक्टर-35 से।
इस थाने में इमिग्रेशन एक्ट की धारा 10 और 24 भी जोड़ी गई है।
पुलिस स्टेशन सेक्टर-39:
रॉबिन शर्मा (37) – खरड़ निवासी, एससीओ 106 सेक्टर-40/सी में। केस में 223 और इमिग्रेशन एक्ट की धारा 24 जोड़ी गई है।
प्रशासन का रुख और आगे की कार्रवाई:
निशांत यादव डीएम, यूटी चंडीगढ़ द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि कोई भी इमिग्रेशन कंपनी बिना अनुमति और वैध रजिस्ट्रेशन के काम नहीं कर सकती। बावजूद इसके, बड़ी संख्या में एजेंट अवैध रूप से अपना धंधा चला रहे थे।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया गया। लेकिन जांच अभी भी जारी है और पुलिस अन्य संदेहास्पद फर्मों की भी जांच कर रही है।
सतर्क रहें – ये संकेत हो सकते हैं फर्जी एजेंट के कंपनी का कोई सरकारी पंजीकरण नहीं। बिना बोर्ड/लाइसेंस वाले ऑफ़िस। अत्यधिक वीज़ा फीस की मांग। एक ही दिन में वीजा का वादा। पासपोर्ट रखने की ज़िद।
पुलिस की अपील:
चंडीगढ़ पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी इमिग्रेशन एजेंसी में पैसा देने से पहले उसकी वैधता जांच लें। अगर कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस या जिला प्रशासन को सूचित करें।
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