एचएयू में छात्रों पर लाठीचार्ज की घटना बेहद शर्मनाक, सरकार तुरंत उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों को दे सजा – दिग्विजय चौटाला
*युवाओं की आवाज दबाने वाले दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई और छात्रों की मांगों को पूरा करवाए सरकार – दिग्विजय*
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 11 जून।* जननायक जनता पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में सुरक्षाकर्मियों द्वारा छात्रों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज और अभद्रता करने की घटना की कड़ी आलोचना की है। दिग्विजय चौटाला ने घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे बेकसूर छात्रों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सरासर दमनकारी नीति अपनाई, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस घटना पर तुरंत एक्शन लें और उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषी अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों पर सख्त कार्रवाई करें। साथ ही छात्रों की आवाज दबाने की बजाय उनकी मांगों को तुरंत सुना जाए और उनका समाधान करवाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटनाक्रम में पुलिस ने कई लोगों पर एफआईआर दर्ज करके केवल खानापूर्ति की है, जिससे पीड़ित छात्र संतुष्ट नहीं है इसलिए घटना के जिम्मेदार सभी अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों पर ठोस कार्रवाई हो।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जेजेपी पूरी तरह एचएयू के पीड़ित छात्रों के साथ खड़ी है और जेजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री से इस पूरे घटनाक्रम को लेकर तुरंत कदम उठाने की मांग की है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जेजेपी ने सरकार से मांग की है कि इस पूरी घटना की जांच कम से कम आईजी स्तर के अधिकारी से करवाएं और लाठीचार्ज, धक्के मारने और जानलेवा हमले की घटना के दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें। इतना ही सरकार द्वारा इस आंदोलन में छात्रों द्वारा उठाई गई मांगों पर भी विश्वविद्यालय प्रशासन को सकारात्मक रूख अपनाने के निर्देश दिए जाए।
जेजेपी युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि मंगलवार दोपहर को एचएयू के छात्र स्कॉलरशिप और अन्य मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से मिलना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उनकी आवाज सुनने की बजाय सुरक्षाकर्मियों द्वारा बल प्रयोग करवाकर युवाओं पर तानाशाही रवैया अपनाया। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि छात्रों की मांगों को गंभीरता से लेना तो दूर प्रशासन द्वारा दोबारा देर रात छात्रों के साथ मारपीट करवाई गई, जिसमें अनेक छात्रों को गंभीर चोटें लगी। उन्होंने कहा कि बड़ी शर्म की बात है कि प्रशासन द्वारा स्थिति नियंत्रण करने की बजाय दोबारा देर रात टकराव के हालात पैदा किए गए और छात्रों पर लाठियां चलाकर उन्हें लहूलुहान किया गया। दिग्विजय ने कहा कि यह युवा छात्रों के उच्च शिक्षा के सपनों को तोड़ने वाला और उन्हें एक बुरे सपने की तरह अनुभव करवाने वाला घटनाक्रम है। उन्होंने कहा कि छात्रों की समस्याओं के समाधान की बजाय छात्रों पर दमनकारी तरीके से लाठियां चलवाना शिक्षा के मंदिर में एक अनहोनी जैसा है, जिसे जानबूझ कर अंजाम दिया गया है।
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