अहमदाबाद एयर इंडिया हादसा : टूटे दिल, अधूरी उम्मीदें... DNA से अपनों को ढूंढने अहमदाबाद पहुंचे परिजन
महक अरोड़ा
13 जून 2025 : गुरुवार को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए 241 लोगों की पहचान का काम शुक्रवार को भी जारी रहा। DNA सैंपल के ज़रिए शवों की पहचान की जा रही है। इस बीच, देश के अलग-अलग हिस्सों से शोक संतप्त परिजन अहमदाबाद पहुंचने लगे हैं।
पटान से आए एक पीड़ित परिवार के सदस्य ने ANI से बातचीत में बताया, “हम पटान ज़िले से आए हैं। मेरी भाभी की इस विमान हादसे में मौत हो गई। कल DNA टेस्ट किया गया, उनके भाई ने सैंपल दिया।” उन्होंने आगे कहा, “हमें बताया गया है कि 72 घंटे बाद पुष्टि होने पर शव सौंपा जाएगा।
डॉक्टर्स हॉस्टल में घुसे विमान से छात्रों में दहशत, कई घायल, सामान भी हुआ बर्बाद
गुरुवार को लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान BJ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स हॉस्टल से टकरा गया। हादसे के बाद हॉस्टल में रह रहे छात्र अपने बैग और सामान के साथ बाहर निकलते नजर आए। कई छात्रों को चोटें और फ्रैक्चर हुए हैं। कई के सामान और कमरे क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
कैसे हुआ हादसा: टेकऑफ के कुछ ही मिनटों में टूटा संपर्क
जानकारी के अनुसार, AI-171 फ्लाइट गुरुवार दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे 23 से रवाना हुई थी। यह विमान लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रहा था। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के अनुसार, विमान ने टेकऑफ के तुरंत बाद Mayday कॉल दी, लेकिन उसके बाद संपर्क टूट गया। कुछ ही मिनटों में विमान एयरपोर्ट की सीमा के बाहर मेडिकल कॉलेज परिसर में जा गिरा। हादसे के वक्त विमान से काला धुआं निकलता देखा गया। घटनास्थल से उठते धुएं और जलती मलबे की तस्वीरें भयावह थीं।
पायलट्स का प्रोफाइल: कप्तान सुमीत सबरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर
विमान को कैप्टन सुमीत सबरवाल उड़ा रहे थे, जो लाइन ट्रेनिंग कैप्टन थे और उनके पास 8,200 घंटे की फ्लाइंग का अनुभव था। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिन्होंने अब तक 1,100 घंटे उड़ान भरी थी।
हादसे की जांच AAIB के हवाले, पीएम मोदी ने लिया घटनास्थल का जायज़ा
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने गुरुवार को पुष्टि की कि विमान हादसे की जांच की ज़िम्मेदारी एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को सौंपी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले हादसे के स्थान का निरीक्षण किया, फिर एयरपोर्ट पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, और बाद में सिविल अस्पताल में भर्ती इकलौते जीवित बचे यात्री विश्वकुमार रमेश से मुलाकात की।
MA
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