Himachal Child of The State : बादल फटने से माता-पिता खोने वाली 10 माह की नीतिका बनी ‘राज्य की संतान’, हिमाचल सरकार करेगी पालन-पोषण
बाबूशाही ब्यूरो
मंडी, 29 जुलाई 2025 : हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में बादल फटने की घटना में अपने माता-पिता और दादी को खो चुकी 10 महीने की मासूम नीतिका को प्रदेश सरकार ने ‘राज्य की संतान’ (Child of the State) घोषित किया है। मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत सरकार अब इस बच्ची की पूरी देखरेख, शिक्षा और पालन-पोषण की ज़िम्मेदारी उठाएगी।
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद नीतिका की परवरिश, स्वास्थ्य, शिक्षा, और अन्य सभी ज़रूरतों का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। ‘चाइल्ड ऑफ द स्टेट’ उस बच्चे को कहा जाता है, जिसकी देखभाल और संरक्षण की जिम्मेदारी राज्य अपने कंधों पर लेता है।
बाढ़ में अपनों को खोया, मलबे से चमत्कारी रूप से बची नीतिका
यह दर्दनाक घटना मंडी जिले के तलवाड़ा गांव में हुई, जहां हाल ही में बादल फटने के कारण अचानक बाढ़ आ गई। इस त्रासदी में नीतिका के पिता रमेश कुमार (31), मां राधा देवी (24) और दादी पूर्णु देवी (59) की मौत हो गई। रमेश घर में घुस रहे पानी के बहाव को मोड़ने की कोशिश कर रहे थे, तभी उनकी पत्नी और मां भी मदद के लिए पीछे आ गईं, लेकिन तीनों वापस नहीं लौट पाए।
बाढ़ और मलबे के बीच नीतिका को सुरक्षित निकालना किसी चमत्कार से कम नहीं था। बचाव दल ने मलबे के बीच उसे सही-सलामत बाहर निकाला। तब से लेकर अब तक यह बच्ची पूरे प्रदेश की सहानुभूति और चिंता का केंद्र बनी हुई है।
मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत मिली सुरक्षा की छांव
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने साल 2023 में 'मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना' शुरू की थी, जिसका उद्देश्य अनाथ, बेसहारा और संकट में फंसे बच्चों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। नीतिका को इस योजना के तहत ‘राज्य की संतान’ का दर्जा देते हुए हिमाचल सरकार ने संवेदनशील प्रशासन और उत्तरदायित्व का उदाहरण पेश किया है। (SBP)
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