चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिसकर्मी को वीडियो वायरल मामले में किया गया सस्पेंड, विभागीय जांच शुरू
रमेश गोयत
चंडीगढ़ | 29 जुलाई 2025
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में एक ट्रैफिक कांस्टेबल को वाहन चालक से ₹500 की अवैध वसूली करते हुए देखा गया, जिसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया।
एसएसपी ट्रैफिक सुमेर प्रताप सिंह ने मंगलवार को तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी पुलिस कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है और उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं। इस कार्रवाई से ट्रैफिक विंग में हड़कंप मच गया है।
यह था मामला: वीडियो वायरल ने खोली पोल
वीडियो में देखा गया कि बारिश के दौरान एक परिवार को ट्रैफिक पुलिस ने एक विकल्प मार्ग चुनने पर रोका, जहां सड़क पर पानी भरा हुआ था। कांस्टेबल ने चालान के नाम पर ₹500 नकद वसूले, लेकिन कोई वैध रसीद नहीं दी गई।
"सेवा, सुरक्षा और सहयोग" का दावा करने वाली ट्रैफिक पुलिस की यह हरकत न केवल मानवता के खिलाफ रही, बल्कि कानूनी प्रक्रियाओं का भी उल्लंघन था।
जांच में और नामों का खुलासा संभव
सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ अधिकारियों के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की भ्रष्ट गतिविधियों से संबंधित और वीडियो, फोटो व शिकायतें पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि एक दर्जन से अधिक कर्मचारी बार-बार सिफारिशों के बल पर ट्रैफिक विंग में तैनात हो रहे हैं, जो जांच के दायरे में आ सकते हैं।
कई ईमानदार पुलिसकर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि –“ट्रैफिक विंग में कुछ भ्रष्ट मुलाजम चंडीगढ़ पुलिस की साख को खराब कर रहे हैं। ये कर्मचारी ट्रैफिक से हटने के बाद सिफारिश कर फिर से वापस लग जाते हैं।”
ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम पर सवाल
नियम के मुताबिक, चालान करने का अधिकार केवल जांच अधिकारी रैंक से ऊपर के अधिकारियों को होता है, लेकिन कांस्टेबल स्तर के कर्मी मशीन लेकर खुलेआम वसूली कर रहे हैं। अक्सर हरियाणा और पंजाब नंबर की गाड़ियों को टारगेट किया जाता है, जिस पर भेदभाव के आरोप लग रहे हैं।
एडवोकेट विजय बंसल का विरोध
वरिष्ठ अधिवक्ता और शिवालिक डेवलपमेंट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन विजय बंसल ने चंडीगढ़ प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को पत्र लिखकर हरियाणा-पंजाब के वाहनों को निशाना बनाने की शिकायत दी थी।
उन्होंने डीजीपी चंडीगढ़ से सख्त कार्रवाई की मांग की और ट्रैफिक पुलिस को "भ्रष्टाचार का अड्डा" बताते हुए पुनर्गठन की सलाह दी।
सीईटी देने आए युवाओं से भी वसूली के आरोप
रविवार को सीईटी परीक्षा देने आए हरियाणा के छात्रों को भी ट्रैफिक पुलिस ने रोककर चालान के नाम पर धमकाया और ‘समझदारी’ से मामला निपटाने का दबाव बनाया।
लोगों का गुस्सा – गाड़ियां लाना बंद कर रहे हैं नागरिक
व्यापारियों और आम नागरिकों का कहना है कि अब वे चंडीगढ़ अपनी गाड़ियां लाने से डरने लगे हैं।“यहां किसी भी मोड़ पर रोका जा सकता है और मनमर्जी से चालान कर वसूली की जाती है।”
चंडीगढ़ पुलिस यदि अपने मूल सिद्धांत – सेवा, सुरक्षा, सहयोग – को सही मायनों में लागू करना चाहती है, तो ऐसे भ्रष्ट कर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे।
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