नेपाल और फ्रांस के बाद अब London में बवाल, सड़कों पर उतरे 1 लाख से ज्यादा लोग, जानें वजह
Babushahi Bureau
लंदन, 14 September 2025 : ब्रिटेन की राजधानी लंदन शनिवार को एक विशाल और हिंसक प्रदर्शन का गवाह बनी। दक्षिणपंथी (Far-Right) नेता टॉमी रॉबिन्सन के नेतृत्व में 'यूनाइट द किंगडम' (Unite the Kingdom) नाम की इस रैली में एक लाख से ज्यादा लोग अवैध अप्रवासन (Illegal Immigration) के खिलाफ सड़कों पर उतरे।
इस प्रदर्शन को ब्रिटेन की अब तक की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी रैली माना जा रहा है। हालांकि, रैली के दौरान स्थिति तब बिगड़ गई जब प्रदर्शनकारी पुलिस और जवाबी-प्रदर्शनकारियों से भिड़ गए, जिसके बाद पूरा इलाका एक युद्ध क्षेत्र में बदल गया ।
क्यों और कैसे भड़की हिंसा?
यह हिंसा लंदन के व्हाइट हॉल इलाके में हुई, जहां 'यूनाइट द किंगडम' रैली के खिलाफ 'स्टैंड अप टू रेसिज्म' (Stand Up to Racism) नाम का एक और प्रदर्शन चल रहा था, जिसमें लगभग 5,000 लोग शामिल थे।
1. पुलिस बनी निशाना: जब पुलिस दोनों गुटों को अलग रखने की कोशिश कर रही थी, तभी रॉबिन्सन के कुछ समर्थक आक्रामक हो गए और उन्होंने पुलिस बैरिकेड को तोड़ने का प्रयास किया।
2. हमले में 26 पुलिसकर्मी घायल: प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बोतलें फेंकीं और लात-घूंसों से हमला किया। इस झड़प में 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें से चार की हालत गंभीर है । किसी की नाक टूटी, किसी के दांत, तो किसी को रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई ।
प्रदर्शन की असली वजह क्या थी?
इस विशाल प्रदर्शन का मुख्य कारण ब्रिटेन में बढ़ता अवैध अप्रवासन था।
1. 'नावों को रोको': प्रदर्शनकारी इंग्लिश चैनल के रास्ते छोटी नावों से आ रहे प्रवासियों के खिलाफ थे और "स्टॉप द बोट्स" (Stop the Boats) और "उन्हें घर भेजो" (Send them Home) जैसे नारे लगा रहे थे । इस साल अब तक 28,000 से अधिक प्रवासी इस रास्ते से ब्रिटेन पहुंच चुके हैं।
2. सरकार पर गुस्सा: लोगों में इस बात को लेकर भी गुस्सा था कि सरकार अवैध अप्रवासन को रोकने में नाकाम रही है। हाल ही में एक इथियोपियाई अप्रवासी द्वारा 14 वर्षीय लड़की के यौन उत्पीड़न की घटना ने इस गुस्से को और भड़का दिया था।
कौन हैं टॉमी रॉबिन्सन?
टॉमी रॉबिन्सन, जिनका असली नाम स्टीफन यैक्सले-लेनन है, इंग्लिश डिफेंस लीग (English Defence League) के संस्थापक हैं और ब्रिटेन के सबसे प्रभावशाली और विवादास्पद दक्षिणपंथी चेहरों में से एक माने जाते हैं । वह अपनी इस्लाम-विरोधी और अप्रवासन-विरोधी गतिविधियों के लिए जाने जाते हैं।
पुलिस ने अब तक इस हिंसा के सिलसिले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य उपद्रवियों की पहचान कर रही है । इस घटना ने ब्रिटेन में अप्रवासन नीति पर बहस को फिर से तेज कर दिया है और सरकार पर कठोर कदम उठाने का दबाव बढ़ा दिया है।
MA