वित्तीय क्षेत्र में महिला नेतृत्व की नई शुरुआत: एमसीएम में बीबीए (बीएफएसआई) कार्यक्रम
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 23 जून: शैक्षणिक उत्कृष्टता और महिला सशक्तिकरण का पर्याय बन चुका मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, चंडीगढ़, ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप एक अत्याधुनिक चार वर्षीय बीबीए (बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेस एंड इंश्योरेंस- बीएफएसआई) कार्यक्रम की शुरुआत की है। यह कोर्स वित्तीय क्षेत्र की बदलती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है और युवा महिलाओं को बैंकिंग, बीमा, निवेश आदि के क्षेत्र में सफल करियर की ओर अग्रसर करता है।
यह कार्यक्रम तीन विकल्पों में उपलब्ध है—बीबीए (बीएफएसआई), बीबीए (बीएफएसआई) ऑनर्स, और बीबीए (बीएफएसआई) ऑनर्स विद रिसर्च (यह विकल्प पंजाब विश्वविद्यालय की मंज़ूरी के अधीन है), जिसमें कुल 50 विद्यार्थियों का प्रवेश निर्धारित है। पाठ्यक्रम में फाइनेंशियल अकाउंटिंग, निवेश योजना, उपभोक्ता व्यवहार जैसे मुख्य विषयों के साथ-साथ अंतरविषयी और मूल्य आधारित पाठ्यक्रमों का समावेश किया गया है। यह संरचना विद्यार्थियों के समग्र विकास के साथ-साथ वित्तीय प्रणालियों, नियमों और फिनटेक व डिजिटल बैंकिंग जैसे उभरते रुझानों की गहरी समझ भी प्रदान करती है।
यह कोर्स परंपरागत भूमिकाओं जैसे बैंक पीओ, रिस्क एनालिस्ट, वित्तीय सलाहकार से आगे बढ़कर विद्यार्थियों को परास्नातक अध्ययन और वित्तीय परामर्श व धन प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में उद्यमिता के अवसर भी प्रदान करता है। कॉलेज की अनुभवी फैकल्टी और कौशल विकास पर विशेष ध्यान यह सुनिश्चित करता है कि विद्यार्थी न केवल योग्य पेशेवर बनें, बल्कि आत्मविश्वासी और सामाजिक रूप से जिम्मेदार नेतृत्वकर्ता भी बनें। एमसीएम का बीबीए (बीएफएसआई) केवल एक डिग्री नहीं, बल्कि असीम संभावनाओं वाले भविष्य की उड़ान है। वर्तमान में इस कार्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन खुले हैं।
कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्या नीना शर्मा ने इस कार्यक्रम के परिवर्तनकारी स्वरूप को रेखांकित करते हुए कहा:
“हमारा बीबीए (बीएफएसआई) कार्यक्रम उन युवा महिलाओं के लिए एक सशक्त मंच है, जो वित्तीय क्षेत्र में नेतृत्व करना चाहती हैं। भविष्योन्मुख पाठ्यक्रम और उद्योग से गहरे तालमेल के साथ यह कोर्स न केवल शैक्षणिक ज्ञान देता है, बल्कि छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सफल होने के लिए आवश्यक कौशलों से भी सुसज्जित करता है।”
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