पंचकूला स्वास्तिक विहार, MDC सेक्टर-5: बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोग, प्रशासन और बिल्डर दोनों से नाराज़गी
रमेश गोयत
पंचकूला, 22 जून 2025:
पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित स्वास्तिक विहार एमडीसी हाउसिंग सोसाइटी में रह रहे लोग बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी से जूझ रहे हैं। स्थानीय निवासी अमिता पवार ने बताया कि लोगों की ज़िंदगी आज नरक बनकर रह गई है, लेकिन इस ओर ना तो नगर निगम कोई ध्यान दे रहा है और ना ही बिल्डर कंपनी स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन।
संजीव कुमार पंवार, विनोद रहेजा ,अनमोल गोयल, मधु रहेजा ,चेष्टा बसंल के साथ अमिता गुर्जर ने ये ज्ञापन सासंद को सौंपा है।। अमिता ने बताया कि उम्मीद है कि कार्य पूर्ण होगा क्योकि कार्तिकेय ने कहा है कि समस्या समझ भी ली है और लिख भी ली है।
अमिता ने बताया कि जब उन्होंने यह मुद्दा नगर निगम अधिकारियों के समक्ष उठाया, तो उन्हें यह कहकर टाल दिया गया कि"यह सोसाइटी नगर निगम के अंतर्गत नहीं आती बल्कि स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन की जिम्मेदारी है।"
बिल्डर से भी नहीं मिला समाधान, श्याम सुंदर शर्मा के अधीन है कंपनी
अमिता ,संजीव कुमार पंवार ,अनमोल ,मधु,चेष्टा व स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन, जो कि श्याम सुंदर शर्मा के अधीन काम करती है, ने अब तक न तो सड़कें दुरुस्त की हैं, न सीवरेज व्यवस्था ठीक की है और न ही बिजली-पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की है।
गंदगी, टूटी गलियाँ, खराब सीवरेज और जलभराव जैसी समस्याओं से लोग सालों से त्रस्त हैं।
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा से लगाई गुहार
समस्या से तंग आकर स्थानीय निवासियों ने राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा से मुलाकात की और उन्हें पूरे हालात की जानकारी दी। अमिता पवार ने बताया कि"हमने उन्हें अपनी स्थिति से अवगत करवाया और आग्रह किया कि वे इस मामले में हस्तक्षेप कर लोगों को राहत दिलाएं।"
निवासियों की मांगें:
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स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्देश दिया जाए कि सभी मूलभूत सुविधाएं तुरंत बहाल की जाएं।
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सोसाइटी को नगर निगम पंचकूला के अधीन स्थानांतरित किया जाए, ताकि प्रशासनिक निगरानी हो सके।
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सड़क, सीवरेज, स्ट्रीट लाइट और सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए समयबद्ध कार्रवाई की जाए।
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स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए नियमित निरीक्षण किया जाए।
जनप्रतिनिधियों से न्याय की उम्मीद
स्वास्तिक विहार के निवासियों का कहना है कि अब उन्हें केवल राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा से ही उम्मीद है, क्योंकि स्थानीय प्रशासन और बिल्डर दोनों ने उन्हें निराश किया है।
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