तालाब की खुदाई में मिले रहस्यमयी नरकंकाल, 8 फुट लंबे कंकाल से मचा हड़कंप
जींद के देवरड़ गांव में मनरेगा योजना के तहत खुदाई के दौरान एक के बाद एक 10 नरकंकाल मिले, जांच में जुटा प्रशासन
बाबूशाही ब्यूरो
जींद, 22 जून:
हरियाणा के जींद जिले के जुलाना खंड के गांव देवरड़ में रविवार को उस समय सनसनी फैल गई जब मनरेगा योजना के तहत हो रही तालाब की खुदाई के दौरान मिट्टी के नीचे से लगातार दस नरकंकाल निकले। खुदाई कर रहे मजदूरों ने जब हड्डियों के ढांचे देखे तो काम रोक दिया और तुरंत प्रशासन को सूचना दी गई।
इन कंकालों में से एक कंकाल की लंबाई लगभग 8 फुट बताई जा रही है, जिसका जबड़ा भी सामान्य मानव के आकार से बड़ा है। इससे क्षेत्र में दहशत के साथ-साथ रहस्य भी गहरा गया है। साथ ही मिट्टी से पुराने मटके और मिट्टी के अन्य पात्र भी बरामद हुए हैं, जिससे मामला ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व का प्रतीत होता है।
प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खुदाई का काम रुकवाया
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और तहसील प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। मौके को घेराबंदी कर सील कर दिया गया है। फिलहाल खुदाई का कार्य बंद करवा दिया गया है। पुलिस ने बरामद कंकालों को फॉरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित रखा है और मामला अज्ञात मानव अवशेष मिलने के तौर पर दर्ज कर लिया गया है।
वैज्ञानिक और पुरातत्व विभाग की टीम से संपर्क
जिला प्रशासन ने इस रहस्यमयी खोज की जानकारी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और वन्य जीव संस्थान देहरादून को भेज दी है। फॉरेंसिक जांच से यह स्पष्ट होगा कि ये अवशेष कितने पुराने हैं और इनकी प्रकृति क्या है।
मजदूरों में दहशत, गांव में चर्चाओं का दौर
तालाब की खुदाई में लगे मजदूरों ने बताया कि खुदाई के दौरान पहले एक खोपड़ी दिखाई दी, फिर धीरे-धीरे एक पूरा कंकाल और उसके बाद और भी कई कंकाल निकलते गए। कुछ लोगों का कहना है कि ये कोई प्राचीन कब्रिस्तान हो सकता है, वहीं कुछ इसे मिट चुके किसी पुराने मानव समुदाय के अवशेष बता रहे हैं।
अब आगे क्या?
जिला प्रशासन का कहना है कि जब तक विशेषज्ञों की रिपोर्ट नहीं आती, कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। अगर ये अवशेष ऐतिहासिक महत्व के पाए जाते हैं तो खुदाई पुरातत्व विभाग की निगरानी में ही की जाएगी
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