कानून कुचल देगा हर झूठी चाल, सच मेरे साथ है: एन.आर.आई. रिचर्ड सिंह चेहरा
चंडीगढ़, 19 सितम्बर 2025: एन.आर.आई. रिचर्ड सिंह चेहरा ने कहा कि आज मेरे और मेरे भाई तथा राष्ट्रीय भाजपा नेता सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल (मासी के पुत्र) के खिलाफ एक शर्मनाक और झूठी प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि वे यूके से आए हैं और अपने तथा अपने दिवंगत पिता की संपत्ति के खिलाफ रची जा रही इस घिनौनी और आपराधिक साजिश को बेनकाब करने के लिए मजबूर हैं।
उन्होंने बताया कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उनके पूर्व हाउसकीपर उर्मिला मुखर्जी, उनकी सेविका सोनिया (पत्नी मोहम्मद सलमान) और एक फैक्ट्री कर्मचारी हरजीत ने, वकील आशीष शर्मा की मदद से आयोजित की। ये सभी लोग झूठे हैं, इनका न तो कोई सम्मान है, न ही कोई शर्म, और न ही कोई कानूनी दावा। ये केवल नौकर और बाहरी लोग हैं, जो अब खुद को मालिक बताकर मीडिया के सामने झूठ फैला रहे हैं।
रिचर्ड सिंह चेहरा ने कहा, “यही लोग मेरे दिवंगत पिता श्री महिंदर सिंह चेहरा (NRI) की संदिग्ध मृत्यु के सीधे जिम्मेदार हैं। इन्हें जेल में होना चाहिए था, लेकिन ये कैमरों के सामने झूठ बोलकर बेशर्मी दिखा रहे हैं। ये मेरी संपत्ति पर कब्ज़ा करने के लिए नकली दस्तावेज़ और जाली वसीयत बनाकर कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि Advocates Act की धारा 49 के अनुसार किसी भी वकील को अपने क्लाइंट की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का अधिकार नहीं है। “वकील का कर्तव्य अदालत के भीतर है, कैमरों के सामने झूठी कहानियाँ गढ़ना नहीं। इस वकील ने पेशे की गरिमा को कलंकित किया है और मैं इस अनैतिक आचरण के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में गंभीर शिकायत दर्ज कराऊँगा।”
रिचर्ड सिंह चेहरा ने कहा, “पुलिस जांच पहले ही इनके फ्रॉड को उजागर कर चुकी है। जिस वसीयत का ये हवाला देते हैं, वह पूरी तरह जाली है। संबंधित नोटरी ने साफ इनकार किया है कि उसने कभी ऐसा स्टाम्प पेपर जारी किया हो या दस्तावेज़ों पर नोटरीकरण किया हो। FSL रिपोर्ट ने भी सिद्ध कर दिया है कि इनके प्रस्तुत दस्तावेज़ जाली और फर्जी हैं। इसी आधार पर इन महिलाओं और उनके गिरोह के खिलाफ दो FIR दर्ज हुई हैं और ₹1.5 करोड़ राशि जब्त की जा चुकी है। यह केवल मेरे आरोप नहीं हैं, बल्कि जांच एजेंसियों के निष्कर्ष हैं।”
उन्होंने मीडिया को याद दिलाया कि 2023 में माननीय अदालत ने उनके पक्ष में Status Quo का आदेश जारी किया था। “मेरा कब्ज़ा कानून द्वारा संरक्षित है और मैं अपनी संपत्ति में रहूंगा। इन धोखेबाज़ों के पास कोई स्वामित्व, कोई टाइटल, कोई अधिकार नहीं, केवल जाली कागज़ों का ढेर और झूठों का पहाड़ है।”
उन्होंने आगे कहा, “जिन्हें वे दावेदार बता रहे हैं, वे केवल मेरे पिता के घर के घरेलू कर्मचारी और बाद में फैक्ट्री के मजदूर थे। ऐसे लोग NRI की कोठी पर मालिकाना हक का सपना कैसे देख सकते हैं? ये लोग केवल मीडिया और जनता को गुमराह करने के लिए गंदी कहानियाँ रच रहे हैं।”
रिचर्ड सिंह चेहरा ने स्पष्ट कहा, “मैं माननीय अदालत के हर आदेश का सम्मान और पालन करूँगा। लेकिन मैं यह भी साफ कर देता हूँ कि नकली दस्तावेज़, जाली वसीयत, धोखाधड़ी दावे या किसी भी प्रकार का जबरन कब्ज़ा मैं कभी बर्दाश्त नहीं करूँगा। यह एक NRI की संपत्ति है, और जो भी इसे धोखे या ज़बरदस्ती से हड़पने की कोशिश करेगा, मैं कानूनी हथियारों से उनके इरादों को कुचल दूँगा।”
अंत में उन्होंने कहा, “ये झूठे, नौकर और उनका गिरोह याद रखें कि कानून अंधा नहीं है। सच्चाई मेरे साथ है, अदालत के आदेश मेरे पक्ष में हैं, और उनकी धोखाधड़ी पुलिस और FSL द्वारा पहले ही उजागर की जा चुकी है। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस केवल एक नाटक थी, भ्रम फैलाने का दयनीय प्रयास। वे चाहे जितना चिल्लाएँ और झूठ बोलें, लेकिन मेरी कोठी कभी नहीं ले पाएंगे