ससरााली त्रासदी में आपराधिक लापरवाही के दोषी लुधियाना डीसी: सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भूखड़ी कलाँ
लुधियाना, 25 सितम्बर 2025: राष्ट्रीय भाजपा नेता सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भूखड़ी कलाँ ने कहा कि लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन पंजाब और लुधियाना ज़िले की जनता के प्रति बुरी तरह असफल साबित हुए हैं। ग्रेवाल ने कहा कि गाँव ससरााली के लोग पहले दिन से ही प्रशासन से फ़ौज बुलाने की गुहार लगा रहे थे, मगर हिमांशु जैन बेशर्मी से चुप बैठे रहे, आँखें मूँद लीं और जनता की पुकार को नज़रअंदाज़ कर दिया। उन्होंने कहा कि अब जब भारी तबाही हो चुकी है, तो डीसी “संत” बनने का नाटक करते हुए अब फ़ौज बुलाई गई है।
ग्रेवाल ने बताया कि यह पूरी तबाही कोई प्राकृतिक दुर्घटना नहीं, बल्कि हिमांशु जैन के संरक्षण और छत्रछाया में खुलेआम पनपी अवैध माइनिंग का सीधा परिणाम है। उनकी विफलता, लापरवाही और मिलीभगत ने सतलुज नदी का प्राकृतिक प्रवाह बिगाड़ दिया और आज किसानों पर कहर ढा दिया है।
उन्होंने कहा कि जब हालात पूरी तरह नियंत्रण से बाहर हो गए, सतलुज नदी ने अपना रास्ता बदल लिया, किसानों की उपजाऊ ज़मीन रोज़-रोज़ निगली जा रही है, लाखों रुपये की खड़ी फसलें तबाह हो गईं और 38 एकड़ कृषि भूमि नदी पहले ही निगल चुकी है, तो हिमांशु जैन अचानक काग़ज़ का एक पत्र लिखकर फ़ौज से मदद माँगने लगे। ग्रेवाल ने कहा यह प्रशासन नहीं, बल्कि कायरता, विश्वासघात और आपराधिक लापरवाही है।
ग्रेवाल ने कहा कि हिमांशु जैन सीधे-सीधे उन किसानों के जवाबदेह हैं जिनकी ज़िंदगी की कमाई बर्बाद हो रही है। वे उस आपराधिक गठजोड़ के भी जिम्मेदार हैं जिसमें अवैध माइनिंग उनके कुर्सी के नीचे खुलेआम चलती रही। सतलुज जब किसानों की ज़मीन निगल रहा था, तब उन्होंने जानबूझकर नज़र फेर ली। ग्रेवाल ने चेतावनी दी कि हिमांशु जैन को इस विनाश का ज़िम्मा उठाना ही होगा और “फ़ौज से मदद” का ढोंग अब उनके हाथ नहीं बचा सकता।
उन्होंने साफ कहा कि हिमांशु जैन ने लुधियाना को धोखा दिया, पंजाब को धोखा दिया और सबसे बड़ा धोखा उन लोगों को दिया जिन्होंने उन पर भरोसा किया। किसानों को उनकी मगरमच्छी आँसू की ज़रूरत नहीं है। उन्हें न्याय चाहिए, जवाबदेही चाहिए और तुरंत कार्रवाई चाहिए।
ग्रेवाल ने माँग की कि पंजाब सरकार और भारत सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे, बिना देरी के सख्त कार्रवाई करे और हिमांशु जैन को इस शर्मनाक विश्वासघात और आपराधिक लापरवाही के लिए कटघरे में खड़ा करे। उन्होंने कहा कि किसान इतनी बड़ी असफलता को न माफ़ करेंगे और न भूलेंगे। इस प्रशासनिक अपराध पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अनिवार्य है।