भाजपा नेता के चंडीगढ़ स्थित घर में घुसपैठ के पीछे आतंकी नेटवर्क होने की आशंका: सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भूखड़ी कला
चंडीगढ़, 10 अक्टूबर 2025: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय नेता सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भूखड़ी कला ने अपने जीवन को गंभीर सुरक्षा खतरे की आशंका जताते हुए एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि बुधवार शाम को कुछ अज्ञात लोगों ने उनके चंडीगढ़ स्थित निवास में घुसपैठ की, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न हो गई है।
ग्रेवाल के अनुसार, लगभग 15 अज्ञात व्यक्ति तीन गाड़ियों में आए, जिनमें से आठ लोग उनके घर में दाखिल हुए, जब वे अपने परम आदरणीय ताया जी सरदार करम सिंह ग्रेवाल जी (पूर्व डीजीपी पंजाब श्री हरदीप सिंह ढिल्लों, आईपीएस के ससुर) के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए हुए थे।
ग्रेवाल ने बताया कि यह घटना 9 अक्टूबर 2025 को हुई, जब आरोप है कि उर्मिला मुखर्जी नामक महिला ने इन लोगों को घर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी। सीसीटीवी फुटेज में उसे गेट खोलते और घुसपैठ करने वालों को निर्देश देते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह वीडियो फुटेज पुलिस को सौंप दिया गया है, जिसमें ये व्यक्ति घर के अंदर जांच-पड़ताल (रेकी) करते और नौकर से बातचीत करते दिख रहे हैं।
ग्रेवाल के पुत्र मनिंदर राज सिंह ग्रेवाल ने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन (112) पर कॉल की। पुलिस दल मौके पर पहुंचा और पूछताछ की, लेकिन उर्मिला मुखर्जी ने पुलिस से सहयोग करने से इनकार कर दिया और घुसपैठियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी, जिससे उसके संभावित मिलीभगत या दबाव में होने की आशंका गहराई है।
ग्रेवाल ने अपनी शिकायत में एसएचओ सतिंदर कुमार (थाना सेक्टर 34, चंडीगढ़) को संबोधित करते हुए मोहम्मद सलमान खान, उर्मिला मुखर्जी, तरसेम सिंह सोनी (फगवाड़ा), जिमी फगवाड़ा, प्रीत चौटाला और उनके साथियों के नाम लिए हैं तथा सख्त पूछताछ और जांच की मांग की है।
उन्होंने बताया कि यह पिछले कुछ हफ्तों में उनकी तीसरी लिखित शिकायत है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रेवाल ने कहा कि उन्होंने पहले भी अपने जीवन को खतरे के बारे में अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों बब्बर खालसा, पाकिस्तान आधारित आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ़ रिंदा, पाकिस्तान की आईएसआई और सिख्स फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू से जुड़े खतरों के बारे में अधिकारियों को सूचित किया था, किंतु सुरक्षा के कोई ठोस उपाय नहीं किए गए।
ग्रेवाल ने अपने लिखित बयान में कहा,“मुझे अपने जीवन पर स्पष्ट, विश्वसनीय और तत्काल खतरा है। मेरी पिछली शिकायतों के बावजूद स्थानीय अधिकारियों की निष्क्रियता अत्यंत चिंताजनक है। कल जो घटना घटी, वह एक सोची-समझी साजिश प्रतीत होती है, संभवतः उन लोगों से जुड़ी हुई जो मुझे नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि स्थिति अब अत्यंत गंभीर हो चुकी है और वरिष्ठ अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई की मांग की।
“मैं चंडीगढ़ पुलिस, पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों एनआईए और रॉ से तत्काल और निर्णायक हस्तक्षेप की अपील करता हूं। मेरा परिवार और मैं लगातार भय में जी रहे हैं।”
अपनी चिट्ठी में ग्रेवाल ने अपने घर पर चौबीसों घंटे सुरक्षा तैनाती, घुसपैठियों की पहचान और गिरफ्तारी, तथा पहले से लंबित सभी शिकायतों की समीक्षा की भी मांग की है। उन्होंने पुलिस को सीसीटीवी सबूत और घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग वाला पेन ड्राइव सौंपा है।
स्थानीय प्रशासन की उदासीनता पर गहरा निराशा व्यक्त करते हुए ग्रेवाल ने कहा, “मैं हमेशा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सिद्धांतों और राष्ट्र की एकता के लिए खड़ा रहा हूं। यह अत्यंत दुखद है कि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद सुरक्षा के कोई कदम नहीं उठाए गए। मैं प्रशासन से निवेदन करता हूं कि किसी अनहोनी से पहले ठोस कार्रवाई की जाए।”
यह शिकायत कई वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई है, जिनमें शामिल हैं माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय जी, भारत सरकार के गृह सचिव श्री गोविंद मोहन (आईएएस), रॉ प्रमुख श्री पराग जैन (आईपीएस), एनआईए महानिदेशक श्री सदानंद वसंत डेटे (आईपीएस), एनआईए चंडीगढ़ के एसपी श्री दिनेश गुप्ता (आईपीएस), चंडीगढ़ पुलिस महानिदेशक डॉ. सागर प्रीत सिंह हूडा (आईपीएस), एसएसपी चंडीगढ़ श्रीमती कनवदीप कौर (आईपीएस), पंजाब डीजीपी श्री गौरव यादव (आईपीएस), तथा पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक माननीय श्री गुलाब चंद कटारिया जी।
ग्रेवाल ने अंत में चंडीगढ़ पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों से अपील की कि वे उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करने और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए तुरंत और गंभीर कदम उठाएं।