भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम के बाद भी पठानकोट में धमाकों की गूंज, कई जिलों में दोबारा ब्लैकआउट
बाबूशाही ब्यूरो
पठानकोट, 10 मई। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम 5 बजे संघर्ष विराम (सीजफायर) का ऐलान किया गया, लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद पठानकोट में देर रात जोरदार धमाकों की आवाज़ सुनाई दी। धमाकों की गूंज से लोग घबराए हुए हैं और सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पठानकोट के अलावा अमृतसर, बरनाला, बठिंडा, होशियारपुर, फाजिल्का और फिरोजपुर में दोबारा ब्लैकआउट का आदेश जारी किया गया है। हालाँकि, पहले इन सभी स्थानों पर पाबंदियां हटा ली गई थीं, लेकिन ताजा घटनाओं के बाद सुरक्षा कारणों से दोबारा कड़े कदम उठाए गए हैं।
सेना का हाई अलर्ट, एयर डिफेंस सिस्टम तैनात
संघर्ष विराम से पहले बीते तीन दिनों तक भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान ने न सिर्फ सैन्य ठिकानों बल्कि रिहायशी क्षेत्रों को भी निशाना बनाया। भारतीय सेना की मुस्तैदी और एयर डिफेंस सिस्टम की कुशलता के चलते पाकिस्तान के अधिकतर हमले नाकाम कर दिए गए। सेना के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से बड़े पैमाने पर मोर्टार और रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया था।
ब्लैकआउट का मकसद और सुरक्षा उपाय
पठानकोट सहित अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में ब्लैकआउट का निर्णय सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। रात के अंधेरे में किसी भी संभावित हवाई हमले या ड्रोन हमले को असफल करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को घरों के भीतर रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
स्थिति पर केंद्र की नजर
भारत सरकार ने इस पूरे मामले पर गहरी नज़र बनाई हुई है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सेना और स्थानीय प्रशासन से ताजा स्थिति की रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा, सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती भी की जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि संघर्ष विराम के बावजूद पाकिस्तान की ओर से लगातार हमलों की कोशिशें की जा रही हैं, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →