पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश के लिए 'स्टिकर-युक्त' वाहनों को मिलेगी अनुमति
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 15 मई 2025:
पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू), चंडीगढ़ ने अगले शैक्षणिक सत्र से केवल 'स्टिकर-युक्त' वाहनों को ही विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति देने की तैयारी शुरू कर दी है। इस निर्णय को लेकर विश्वविद्यालय के अध्यक्षों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर रेणु विग ने की। बैठक में डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शंस (डीयूआई) प्रो. योजना रावत, एफडीओ डॉ. विक्रम नैयर, विभिन्न शिक्षण विभागों के अध्यक्ष और कैंपस डीन भी शामिल हुए।
क्यूआर कोड आधारित स्टिकर की होगी व्यवस्था
प्रो. रेणु विग ने बताया कि क्यूआर कोड वाले स्टिकर संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और छात्रों को जारी किए जाएंगे ताकि परिसर में प्रवेश को सुरक्षित और नियंत्रित बनाया जा सके। इससे किसी भी तरह के दुरुपयोग या नकल की संभावना को समाप्त किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को मौजूदा छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के वाहनों का डेटा शीघ्र जमा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इस योजना का कार्यान्वयन सही तरीके से हो सके।
फ्रेशर पार्टी और विदाई समारोह में अकादमिक अभिविन्यास अनिवार्य
प्रो. विग ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे फ्रेशर पार्टी और विदाई समारोह में अकादमिक अभिविन्यास को अनिवार्य रूप से शामिल करें। उन्होंने विभागों से आग्रह किया कि वे नए छात्रों को प्रेरित करने के लिए वरिष्ठ छात्रों, विशेषज्ञों और बेहतर गुरु-शिष्य संबंधों को मजबूत करें। इसके अलावा, नियमित परामर्श सत्र आयोजित करने पर भी जोर दिया गया ताकि छात्रों की समस्याओं का समाधान हो सके और वे जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
आईडीपी 2025 पर हुई विस्तृत चर्चा
बैठक में प्रो. संजीव शर्मा ने संस्थागत विकास योजना (आईडीपी) 2025 पर एक प्रस्तुति दी। इस दौरान विभागों से इस योजना पर सुझाव और प्रतिक्रियाएं देने का आग्रह किया गया। कुलपति ने विभागों को अगले सेमेस्टर के लिए पहले से योजनाएँ तैयार करने और स्कूल-कॉलेजों के प्रतिभाशाली छात्रों को कैंपस भ्रमण के लिए प्रेरित करने की सलाह दी, ताकि वे पीयू की सुविधाओं और करियर अवसरों से अवगत हो सकें।
ई-समर्थ के माध्यम से होगा प्रवेश
प्रवेश प्रक्रिया को और अधिक डिजिटल एवं सरल बनाने के उद्देश्य से, इस सत्र से ई-समर्थ प्लेटफॉर्म को अपनाने का निर्णय लिया गया है। सीडीओई इस सत्र में ई-समर्थ के माध्यम से प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करेगा।
बैठक में डीयूआई प्रो. योजना रावत और एफडीओ डॉ. विक्रम नैयर ने भी अध्यक्षों को संबोधित करते हुए इस नई व्यवस्था की तैयारी पर अपने विचार साझा किए। पीयू प्रशासन ने कहा कि यह कदम विश्वविद्यालय परिसर में वाहनों के प्रबंधन को बेहतर बनाएगा और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
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