बड़ी आतंकी साजिश नाकाम: हरियाणा से पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही गिरफ्तार, ISI के लिए जुटा रहा था सेना की खुफिया जानकारी
बाबूशाही ब्यूरो
पानीपत, 17 मई। हरियाणा के पानीपत में एक सनसनीखेज खुलासे के साथ भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। पानीपत पुलिस और खुफिया एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई में नोमान इलाही नामक एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया गया है, जो भारतीय सेना की गतिविधियों की संवेदनशील जानकारी, विशेष रूप से श्रीनगर में सेना के मूवमेंट का वीडियो बनाकर ISI को भेज रहा था। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि नोमान इलाही के निशाने पर दिल्ली से जम्मू जाने वाली ट्रेनें भी थीं, जिससे एक बड़े आतंकी हमले की आशंका थी। यह गिरफ्तारी 13 मई 2025 को पानीपत के सेक्टर-13/17 क्षेत्र से की गई।नोमान इलाही का पृष्ठभूमि और ISI से संबंधनोमान इलाही, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना कस्बे का निवासी है, पानीपत में एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम कर रहा था। हरियाणा पुलिस के अनुसार, नोमान इलाही लंबे समय से पाकिस्तान में मौजूद एक संदिग्ध आतंकी इकबाल के संपर्क में था। इकबाल को ISI का करीबी एजेंट माना जाता है, जो भारत में जासूसी और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नेटवर्क संचालित करता है। नोमान व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए भारत की संवेदनशील जानकारी, जैसे सेना की गतिविधियों के वीडियो और तस्वीरें, पाकिस्तान भेज रहा था।पुलिस ने नोमान के पास से एक मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल सामग्री जब्त की है, जिसकी फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी गई है। हरियाणा के एडीजी (क्राइम) कुलदीप यादव ने बताया कि नोमान से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं, और यह पता लगाया जा रहा है कि उसने किन-किन सरकारी संस्थानों और सैन्य ठिकानों की जानकारी ISI को दी।श्रीनगर में सेना की गतिविधियों पर नजरनोमान इलाही को ISI ने विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भारतीय सेना की गतिविधियों पर नजर रखने और उनके मूवमेंट का वीडियो रिकॉर्ड करने का टास्क दिया था। श्रीनगर, जो आतंकी गतिविधियों का संवेदनशील क्षेत्र रहा है, वहां सेना की हर गतिविधि पर नजर रखना ISI की रणनीति का हिस्सा था। नोमान ने कई बार श्रीनगर में सेना के काफिलों और ठिकानों की रेकी की और वीडियो बनाकर अपने हैंडलर इकबाल को भेजे। यह जानकारी ISI आतंकी हमलों की योजना बनाने और सेना की रणनीति को कमजोर करने के लिए इस्तेमाल कर रही थी।दिल्ली-जम्मू ट्रेन पर हमले की साजिशपूछताछ में नोमान ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया कि ISI ने उसे दिल्ली से जम्मू जाने वाली ट्रेनों की रेकी करने का निर्देश दिया था। इन ट्रेनों में बड़ी संख्या में यात्री, विशेष रूप से पर्यटक और तीर्थयात्री, सफर करते हैं, और इन्हें निशाना बनाकर ISI एक बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रही थी। यह साजिश जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले की तरह ही व्यापक स्तर पर तबाही मचाने की योजना का हिस्सा हो सकती थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी।पानीपत पुलिस के एसपी गंगा राम पुनिया ने बताया कि विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर नोमान की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। सबूत जुटाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि नोमान के साथ और कौन-कौन लोग इस जासूसी नेटवर्क में शामिल थे।हवाला के जरिए फंडिंगनोमान इलाही के बैंक खाते में हवाला के जरिए फंडिंग के सबूत भी मिले हैं। हरियाणा पुलिस ने बताया कि ISI ने नोमान को जासूसी के बदले मोटी रकम भेजी थी, जो हवाला नेटवर्क के माध्यम से उसके खाते में पहुंची। पानीपत सीआईए ने इस मामले में कैराना में एक जन सेवा केंद्र संचालक से भी पूछताछ की, जो मनी ट्रांसफर में शामिल हो सकता है। यह खुलासा दर्शाता है कि ISI भारत में अपने जासूसी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए आर्थिक संसाधनों का भी इस्तेमाल कर रही है।पहलगाम हमले से कनेक्शन की जांचहाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई थी, के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली थी, और NIA की जांच में पता चला था कि हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तान की मदद मिली थी।नोमान इलाही की गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि क्या उसकी जासूसी गतिविधियां पहलगाम हमले से जुड़ी थीं। विशेष रूप से, श्रीनगर में सेना की गतिविधियों की जानकारी जुटाने का उसका मिशन आतंकी संगठनों को सेना के खिलाफ हमले की योजना बनाने में मदद कर सकता था।हरियाणा में बढ़ी सुरक्षानोमान इलाही की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। पानीपत, कैथल, और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में खुफिया एजेंसियां और पुलिस संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। हाल ही में कैथल से भी एक अन्य पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया गया था, जो सेना की जानकारी और तस्वीरें पाकिस्तान भेज रहा था।हरियाणा पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। साथ ही, सोशल मीडिया पर अपुष्ट खबरों पर विश्वास न करने की सलाह दी गई है, क्योंकि पाकिस्तान प्रोपगैंडा के जरिए भारत के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर सकता है।राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरानोमान इलाही की गिरफ्तारी ने एक बार फिर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर ISI की गहरी साजिशों को उजागर किया है। हाल के महीनों में दिल्ली, पंजाब, और राजस्थान में भी ISI से जुड़े जासूसों की गिरफ्तारी हुई है, जो दर्शाता है कि पाकिस्तान भारत में अपने जासूसी नेटवर्क को लगातार मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।पाकिस्तान की ओर से हाल ही में विकसित AM3505 रडार, जो 350 किलोमीटर तक की सैन्य गतिविधियों को ट्रैक कर सकता है, भी भारत के लिए चिंता का विषय है। यह रडार पाकिस्तान की सीमा पर भारत की सैन्य गतिविधियों पर नजर रखने में मदद कर सकता है।आगे की कार्रवाईहरियाणा पुलिस और खुफिया एजेंसियां नोमान इलाही से पूछताछ जारी रखे हुए हैं ताकि उसके नेटवर्क के अन्य सदस्यों और ISI के भारत में सक्रिय अन्य एजेंटों का पता लगाया जा सके। केंद्र सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए और सख्त कदम उठाने की योजना बनाई जा रही है।नोमान की गिरफ्तारी ने न केवल एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां देश की सुरक्षा के लिए चौकस और सक्षम हैं। इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों को दुनिया के सामने ला दिया है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →