हरियाणा में 31 मई को होगा राज्यव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास “ऑपरेशन शील्ड”
आपातकालीन तैयारियों को परखने और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए किया जाएगा मॉक ड्रिल
डॉ. सुमिता मिश्रा ने दी जानकारी, 32,000 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक भी होंगे शामिल
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 30 मई। हरियाणा सरकार राज्य की आपातकालीन तैयारियों और सुरक्षा क्षमताओं को परखने के लिए 31 मई को राज्यव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास “ऑपरेशन शील्ड” का आयोजन करने जा रही है। यह मॉक ड्रिल शाम 5 बजे से शुरू होकर रात 9 बजे तक चलेगी। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशों के तहत आयोजित इस व्यापक अभ्यास का उद्देश्य हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और अन्य युद्धकालीन परिदृश्यों जैसी स्थितियों से निपटने के लिए राज्य की प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करना है।
गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने आज चंडीगढ़ में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि यह अभ्यास पहले 29 मई को होना था, लेकिन गृह मंत्रालय के निर्देश पर इसे 31 मई के लिए स्थगित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हरियाणा में लगभग 32,000 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक हैं, जो इस अभ्यास में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिलों के नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों, एनएसएस, एनसीसी, नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस), होमगार्ड्स आदि को शामिल कर उनकी जिम्मेदारियां और अभ्यास की प्रक्रिया के बारे में स्पष्ट जानकारी दें।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि इस मॉक ड्रिल के तहत हवाई हमलों और ड्रोन हमलों जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए सायरन बजाना, नियंत्रण कक्ष और भारतीय वायु सेना के बीच संचार हॉटलाइन का परीक्षण करना, और रात्रि 8 बजे से 8:15 बजे तक 15 मिनट का नियंत्रित ब्लैकआउट किया जाएगा। यह ब्लैकआउट आवश्यक सेवाओं जैसे अस्पताल, अग्निशमन केंद्र और पुलिस स्टेशनों को छोड़कर अन्य सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के आसपास लागू रहेगा।
उन्होंने कहा कि यह अभ्यास हरियाणा में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत 28 जनवरी, 2025 को अधिसूचित घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) के अनुरूप किया जा रहा है, ताकि आपातकालीन स्थिति में त्वरित और संगठित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। सभी उपायुक्तों, जो जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के अध्यक्ष भी हैं, के साथ-साथ आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस अभ्यास की पूरी तैयारी और निगरानी सुनिश्चित करें। अभ्यास के बाद विस्तृत रिपोर्ट कमांडेंट जनरल, होम गार्ड्स और निदेशक, नागरिक सुरक्षा को सौंपी जाएगी, जो राज्य स्तरीय समीक्षा के लिए गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी।
डॉ. मिश्रा ने नागरिकों से अपील की कि वे इस मॉक ड्रिल के दौरान धैर्य और सहयोग बनाए रखें और घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह महज एक अभ्यास है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही आयोजित किया जा रहा है।
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