चंडीगढ़ प्रेस क्लब में 104 लोगों ने उठाया फ्री न्यूरोसाइकिल कैंप का लाभ
प्राकृतिक इलाज से सैकड़ों रोगों में राहत, बिना दवा और ऑपरेशन के संभव है इलाज: मीना कुमारी बांगड़
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 30 मई:
स्वस्थ जीवन और बिना दवा-ऑपरेशन के इलाज की दिशा में एक नई पहल के तहत दुख भजन मंडल एंड एजुकेशन ट्रस्ट ने रीन्यूरलाइफ न्यूरोसाइकिल एवं वेलनेस सेंटर, देहरादून के सहयोग से चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक मुफ्त न्यूरोसाइकिल कैंप का आयोजन किया। इस कैंप में मीना कुमारी बांगड़, जो एक अनुभवी न्यूरोथैरेपिस्ट एवं योग प्रशिक्षक हैं, ने 104 लोगों को परामर्श और उपचार प्रदान किया।
मीना कुमारी बांगड़ ने प्रेस वार्ता में बताया कि यह चिकित्सा पद्धति उनके गुरु लाजपत राय मेहरा द्वारा सिखाई गई, जिसमें दवाओं, ऑपरेशन या किसी दुष्प्रभाव के बिना शरीर के प्राकृतिक ऊर्जा तंत्र को सक्रिय करके रोगों का उपचार किया जाता है। उन्होंने कहा, "यह एक 100% प्राकृतिक विधि है, जिसमें शरीर के इंटरैक्टिव प्वाइंट्स को सक्रिय कर, शरीर को स्वयं औषधि बनाने की क्षमता दी जाती है। जब हम लक्षणों को दबाने के बजाय बीमारी की जड़ को समझकर इलाज करते हैं, तभी वास्तविक उपचार होता है।"
उन्होंने बताया कि यह चिकित्सा पद्धति ग्लूकोमा (काला मोतिया), भेंगापन, रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा, फेशियल और कमर दर्द, थायरॉइड, हाई बीपी, गैस, एसिडिटी, हार्मोनल असंतुलन, थकान, नर्व की कमजोरी, मिर्गी और कई अन्य जटिल और दुर्लभ बीमारियों में कारगर है।
मीना कुमारी बांगड़ ने बताया कि इलाज की अवधि हर मरीज की स्थिति के अनुसार अलग होती है, लेकिन अधिकतर मामलों में 7 से 15 दिनों के भीतर सुधार दिखना शुरू हो जाता है।
प्रशिक्षण और इंटर्नशिप की सुविधा
उन्होंने बताया कि उनके सेंटर पर नए हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के लिए फ्री इंटर्नशिप प्रोग्राम भी चलाया जा रहा है। इसमें प्रशिक्षु वास्तविक मरीजों पर अनुभवी टीम की देखरेख में काम करते हैं और बाद में सेंटर की ओर से प्रमाण पत्र भी प्राप्त करते हैं। इससे उन्हें सेवा और व्यवसायिक विकास के अवसर भी मिलते हैं।
चंडीगढ़ में खुलेगी नई शाखा
मीना कुमारी बांगड़ ने घोषणा की कि जल्द ही चंडीगढ़ में भी एक नया सेंटर खोला जाएगा, जिसका नाम उनके गुरु लाजपत राय मेहरा के नाम पर रखा जाएगा। इससे शहर के लोगों को इस प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ और अधिक व्यापक स्तर पर मिलेगा।
ऑनलाइन सेवाएं भी उपलब्ध
मीना कुमारी बांगड़ ने बताया कि वे ऑनलाइन काउंसलिंग की सुविधा भी प्रदान करती हैं, जिससे देश-विदेश में कहीं से भी लोग जुड़ सकते हैं। इसके अलावा पुनर्जीवन न्यूरोथैरेपी एवं वेलनेस सेंटर का यूट्यूब चैनल और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म भी सक्रिय हैं, जहां लोग उपचार विधि और इससे जुड़े अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और कई ने इस प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से तुरंत लाभ महसूस करने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में मीना कुमारी बांगड़ ने सभी से अपील की कि वे प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाएं और स्वस्थ जीवनशैली की ओर कदम बढ़ाएं।
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