भाजपा द्वारा जारी पहली लिस्ट में वैश्य समाज की अनदेखी
सोनीपत से राजीव जैन की टिकट कटने से बागी तेवर
चंडीगढ़, 05 सितम्बर 2024— हरियाणा में भाजपा ने 67 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होते ही भाजपा नेता व मौजुदा विधायको ने टिकट कटने पर बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। हरियाणा में भाजपा पार्टी का मुख्य वोट बैंक वैश्य समाज को अनदेखा करना पार्टी के लिए ख़तरे से ख़ाली नहीं है। हरियाणा में लगातार अपने उचित प्रतिनिधित्व को लेकर वैश्य समाज अपनी माँग उठा रहा है जबकि इसके विपरीत भाजपा द्वारा आज जारी की गई पहली लिस्ट में पूर्व में रही परंपरागत वैश्य समाज की टिकट को भी उनसे छीन लिया जिसका हरियाणा भर के वैश्य समाज एवं व्यापारी समाज में भारी रोष है।
हरियाणा के सोनीपत में भाजपा की टिकट कटने के बाद पूर्व मंत्री कविता जैन व उनके पति राजीव जैन के समर्थक बगावत पर उतर आए हैं। जहां रात को दर्जन भर से ज्यादा पदाधिकारियों ने भाजपा छोड़ी, वहीं सुबह समर्थकों की मीटिंग में टिकट कटने से उदास कविता जैन की आंखों से आंसू निकल आए। राजीव जैन दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उनके समर्थकों ने प्रदर्शन कर पूर्व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ नारेबाजी की और निखिल मदान को टिकट देने का विरोध किया।
कविता जैन ने कहा कि 8 सितंबर तक वे भाजपा आलाकमान को समय देते हैं। इसके बाद वे फैसला करेंगे कि भाजपा में रहना है या नहीं।
सोनीपत, पलवल और गुरुग्राम की सीट वैश्य उम्मीदवारो ने भाजपा की झोली में डालने का काम एक बार नहीं अपितु कई बार किया है। सोनीपत से राजीव जैन की टिकट काट दी क्योंकि विगत वर्षों में उन्होंने प्रदेश के वैश्य समाज की पीड़ा को समझा और समाज के पीड़ित लोगों की मदद की। सरकार को कई बार चेताया की व्यापारी व वैश्य समाज के व्यक्ति पर आपत्ति नहीं आनी चाहिए, और इसी कारण वैश्य समाज ने भाजपा की पूरी मदद की, शायद इसी बात को लेकर उनकी टिकट काट दी गई । गुरुग्राम से विधायक सुधीर सिंगला परिवार ने अपने पिता पूर्व मंत्री सीताराम सिंगला से लेकर दशकों से पार्टी की सेवा की है, वही पलवल के विधायक दीपक मंगला ने ताउम्र पार्टी की सेवा की और पलवल में कांग्रेस के दिग्गज नेता को हरा कर कमल खिलाया परंतु उनकी भी अनदेखी कर डाली, फरीदाबाद के विधायक नरेंद्र गुप्ता ने पार्टी संगठन को उस समय सिंचित किया जब पार्टी का प्रदेश में कोई जनाधार नहीं था, परंतु उनको कही भी एडजेस्ट नहीं किया। इस प्रकार अग्रवाल समाज की अनदेखी करना भाजपा के लिए घाटे का सौदा होगा। टिकट कटने से समाज में भारी विरोध है।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →