Himachal Congress: बिना संगठन ‘संविधान बचाओ’ रैलियां करना चुनौती; भीड़ जुटाना आसान नहीं, अरसे से लटका पड़ा है संगठन का काम
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला, 30 अप्रैल 2025 :
हिमाचल प्रदेश में बिना संगठन के प्रदेश भर में जिला स्तर पर ‘संविधान बचाओ’ रैलियां निकालना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है। यहां भीड़ जुटाने के लिए वर्कर्ज को एकजुट करना पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।
ऐसे में प्रतिभा सिंह अब दौरे पर जा रही हैं और देखना होगा कि फील्ड में उन्हें किस तरह का रिस्पांस मिलता है। इतना ही नहीं, जिलों में जो खुद को कद्दावर नेता मानते हैं, उन नेताओं के साथ यह बड़ी चुनौती होगी कि बिना संगठन के लोगों को कैसे इकट्ठा करना है। अब यदि रैली में लोग नहीं जुटे, तो उससे मुश्किल हो सकती है, वह भी तब जब यहां पर कांग्रेस की सरकार है।
इन चुनौतियों के बीच बिलासपुर से कांग्रेस पार्टी पहली मई से संविधान बचाओ रैलियों का आगाज करने जा रही है। बिलासपुर के बाद दो मई को ऊना में इस तरह की रैली होगी और फिर दूसरे जिलों का शेड्यूल जारी किया जाएगा। इसके बाद प्रदेश स्तरीय रैली का शेड्यूल आएगा।
गौर हो कि सात नवंबर को हाइकमान ने कांग्रेस कमेटियों को भंग किया था। राज्य अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है।
अब यह भी चर्चा है कि उन्हें बदला जाना है या फिर हाइकमान उन्हीं को अध्यक्ष पद पर बनाकर रखता है। उधर, कार्यकर्ता अपनी समस्याओं को प्रतिभा सिंह के अलावा हाइकमान के समक्ष भी रख चुके हैं। नई कार्यकारिणी गठन से पहले कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने के लिए हाइकमान ने जो पर्यवेक्षक भेजे थे, उनके समक्ष भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी। पार्टी मुख्यालय में आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं के अलावा वरिष्ठ नेता जो पूर्व में मंत्री व विधायक रह चुके हैं, वे सभी मौजूद रहे। (SBP)
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