पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेजों में बढ़ी फीस, नए सत्र से 5 से 10 फीसदी ज्यादा चुकानी होगी – 64 कॉलेजों में सेंट्रलाइज एडमिशन
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 30 अप्रैल 2025:
पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को आगामी शैक्षणिक सत्र में 5% से 10% तक बढ़ी हुई फीस चुकानी होगी। यूनिवर्सिटी ने नए सत्र 2025–26 के लिए एडमिशन प्रॉस्पेक्टस जारी कर दिया है और 20 मई तक ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख तय की गई है। इस बार सभी एडमिशन प्रक्रिया सेंट्रलाइज यानी केंद्रीकृत प्रणाली के तहत होगी।
64 कॉलेजों में तीन स्लैब के आधार पर फीस बढ़ोतरी
यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड 64 कॉलेजों ने तीन अलग-अलग फीस वृद्धि स्लैब – 5%, 7.5% और 10% तय की हैं। कॉलेजों का कहना है कि महंगाई, स्टाफ सैलरी, इंफ्रास्ट्रक्चर मेंटेनेंस और अन्य संचालन खर्चों में बढ़ोतरी के कारण हर साल फीस बढ़ाना जरूरी हो गया है।
कॉलेजों का पक्ष
कई कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि
“बढ़ती लागत को देखते हुए बिना फीस बढ़ाए संस्थानों का संचालन संभव नहीं। सरकार से अनुदान भी सीमित है और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार के लिए अतिरिक्त फंड की जरूरत होती है।”
यूनिवर्सिटी कोर्सों में भी बढ़ेगी फीस
सिर्फ एफिलिएटेड कॉलेज ही नहीं, बल्कि यूनिवर्सिटी स्तर पर भी इस बार कई कोर्सों की फीस में 5 से 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी की संभावना है।
पहले यह वृद्धि सिर्फ पहले वर्ष या पहले सेमेस्टर में लागू होती थी, लेकिन सत्र 2024 से लागू नए नियमों के अनुसार अब हर वर्ष, हर सेमेस्टर की फीस में भी 5% तक इजाफा किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु:
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ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख: 20 मई 2025
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फीस वृद्धि स्लैब: 5%, 7.5%, 10%
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सेंट्रलाइज एडमिशन प्रक्रिया: 64 एफिलिएटेड कॉलेजों में लागू
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नई प्रणाली: हर वर्ष हर सेमेस्टर की फीस में 5% तक बढ़ोतरी
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प्रॉस्पेक्टस जारी: यूनिवर्सिटी वेबसाइट पर उपलब्ध
छात्रों में नाराजगी, बढ़ सकती है विरोध की लहर
फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्रों में नाराजगी देखी जा रही है। कई छात्र संगठनों ने इसे छात्रों पर आर्थिक बोझ बताया है और आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई पहले से ही महंगी होती जा रही है, ऐसे में हर साल फीस बढ़ाना अनुचित है।
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