असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती के लिए आयोजित की गई परीक्षा को अभ्यर्थियों द्वारा रद्द करने की मांग का इनेलो पार्टी ने किया समर्थन1
बीजेपी सरकार की बिना पर्ची-खर्ची की एक बार फिर से पोल खुल गई है: रामपाल माजरा
सभी विषयों की परीक्षा को तुरंत रद्द किया जाए और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए ताकि दोषियों को पकड़ कर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा सके
बाबू शाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 3 जून। इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा ने पिछले रविवार को एचपीएससी द्वारा हिंदी, कैमिस्ट्री और फिजिक्स जैसे महत्वपूर्ण विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती के लिए आयोजित की गई परीक्षा को अभ्यर्थियों द्वारा रद्द करने की मांग को जायज बताया और उनका समर्थन करते हुए कहा कि परीक्षा के दौरान भारी गड़बडिय़ां सामने आई हैं। इससे पहले 18 तारीख को पोलिटिक्ल साइंस के पेपर में भी अभ्यर्थियों ने धांधली के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों द्वारा लगाए गए गड़बडिय़ों के आरोप बेहद गंभीर हैं क्योंकि कई केंद्रों पर अभ्यर्थियों को ऐसे पेपर दिए गए जिनकी पहले से ही सील टूटी हुई थी। अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में भारी त्रुटियां थी। कई केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे थे। ऐसे में परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठने लाजमी हैं कि क्या ये परीक्षा निष्पक्ष थी? या पैसे लेकर अभ्यर्थियों को पेपर करवाए गए हैं? रामपाल माजरा ने कहा कि बीजेपी सरकार की बिना पर्ची-खर्ची की एक बार फिर से पोल खुल गई है। बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है।
एचपीएससी द्वारा सिर्फ हिंदी का पेपर रद्द किया जाना भी संदेह पैदा करता है जबकि ऐसी गड़बड़ी सभी विषयों के पेपर में पाई गई हैं। रामपाल माजरा ने कहा कि सभी विषयों की परीक्षा को तुरंत रद्द किया जाए और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए ताकि दोषियों को पकड़ कर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा सके। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आगे जब भी इन पदों की भर्ती के लिए परीक्षा ली जाए तो वह पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और नियमों के अनुसार हो।
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