चंडीगढ़ नगर निगम सदन में भाजपा-आप में तीखी नोकझोंक, पार्षद योगेश ढींगरा ने जताया विरोध, वॉकआउट किया
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 3 जून। नगर निगम चंडीगढ़ के सदन की आज की बैठक भारी हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप की भेंट चढ़ गई। आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्षदों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद आप के वरिष्ठ पार्षद योगेश ढींगरा ने सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर अपना विरोध दर्ज कराया।
जीरो ऑवर से शुरू हुआ असंतोष, एजेंडे को लेकर भड़का विवाद
सदन की कार्यवाही की शुरुआत में ही ज़ीरो ऑवर को अनावश्यक रूप से लंबा खींचा गया, और जैसे ही मुख्य विषयों पर चर्चा की उम्मीद जगी, अचानक लंच ब्रेक की घोषणा कर दी गई। लंच के बाद जब बैठक दोबारा शुरू हुई, तो चर्चा एजेंडा क्रमांक 1 से शुरू करने की बजाय सीधे एजेंडा क्रमांक 6 से की गई।
इस प्रक्रिया को लेकर आप पार्षदों ने तीव्र आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि मेयर और भाजपा पार्षदों ने विपक्ष की आवाज को जानबूझकर दबाने की कोशिश की। पार्षद योगेश ढींगरा सहित कई विपक्षी सदस्यों को सदन में बोलने का मौका नहीं दिया गया, जिससे माहौल गरमा गया और हंगामा शुरू हो गया।
100 करोड़ के "कम्युनिटी सेंटर घोटाले" को नहीं उठाने दिया
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित निगम प्रशासन ने सदन में उस सबसे अहम मुद्दे को उठाने नहीं दिया, जो 1 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उजागर हुआ था। यह मुद्दा कम्युनिटी सेंटर निर्माण में हुए लगभग 100 करोड़ रुपये के कथित घोटाले से जुड़ा था।
आप का आरोप है कि भाजपा इस घोटाले पर पर्दा डालने के लिए सदन की कार्यवाही को तानाशाही ढंग से नियंत्रित कर रही है और विपक्ष की आवाज को दबा रही है।
आप पार्षदों का वॉकआउट, अध्यक्ष विजयपाल सिंह की तीखी प्रतिक्रिया
भाजपा के इस कथित रवैये के विरोध में आप पार्षद योगेश ढींगरा ने सदन से वॉकआउट कर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि "जब जनहित के मुद्दे उठाने तक की अनुमति नहीं दी जाती, तो सदन की कार्यवाही एक औपचारिकता मात्र बन जाती है।"
आम आदमी पार्टी, चंडीगढ़ के अध्यक्ष विजयपाल सिंह ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा: “आज भाजपा की गंदी राजनीति सदन के भीतर खुलकर सामने आ गई। आम आदमी पार्टी जनता की आवाज है और हमेशा गरीबों, वंचितों व मज़लूमों की आवाज उठाती रहेगी। भाजपा का जनविरोधी चेहरा आज सभी के सामने उजागर हो गया है।”
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