हरियाणा सरकार की ऐतिहासिक पहल: सीईटी परीक्षा में अभ्यर्थियों और अभिभावकों के लिए की गई बेहतरीन व्यवस्थाएं
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में परीक्षा संचालन बना सुशासन और संवेदनशीलता का प्रतीक
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 26 जुलाई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीईटी) के सफल संचालन के लिए की गई अभूतपूर्व व्यवस्थाएं प्रदेश में सुशासन और प्रशासनिक संवेदनशीलता की मिसाल बन गई हैं। 26 और 27 जुलाई को आयोजित की जा रही इस परीक्षा के पहले दिन प्रदेशभर के 22 जिला मुख्यालयों सहित चंडीगढ़ में परीक्षा केंद्र बनाए गए, जिनमें लगभग 7 लाख अभ्यार्थियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने इस परीक्षा के आयोजन को सुचारु और पारदर्शी बनाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ लगातार समीक्षा बैठकें कीं और ज़मीनी स्तर पर ठोस निर्णय लिए। परिणामस्वरूप पहले दिन परीक्षा का सफल आयोजन किया गया, जिसकी सराहना न केवल परीक्षार्थियों ने बल्कि उनके अभिभावकों ने भी की।
अभिभावकों ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा किए गए इन प्रबंधों ने यह सिद्ध कर दिया कि हरियाणा सरकार युवा अभ्यार्थियों की सुविधा और उनकी सुरक्षा के प्रति गंभीर है। यह आयोजन न केवल परीक्षा संचालन का एक सफल उदाहरण है, बल्कि एक प्रशासनिक मॉडल भी प्रस्तुत करता है।
महिलाओं और दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था
इस बार पहली बार महिला अभ्यर्थियों को उनके एक अभिभावक के साथ हरियाणा परिवहन की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी गई, जिससे उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में काफी सुविधा हुई। साथ ही, दिव्यांग अभ्यार्थियों के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए।
प्रशासनिक प्रयासों की सराहनीय झलक
• पंचकूला: यहां 44 परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए। बाहर से आने वाले अभ्यार्थियों को 3-4 मिनट के अंतराल में बसों द्वारा परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया गया।
• नारनौल: जिला रेड क्रॉस समिति के स्वयंसेवकों ने ट्रायसाइकिल की सहायता से दिव्यांग अभ्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया। यह व्यवस्था अत्यंत प्रशंसनीय रही।
• जींद: अपने वाहनों से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए प्रशासन ने 21 स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की। सभी बस स्टैंड्स पर 24 घंटे संचालित हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए।
• कैथल: सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने परीक्षार्थियों के ठहरने की व्यवस्था के साथ-साथ परीक्षा केंद्रों के बाहर छबील लगाकर कढ़ी, चावल और पानी की सेवा दी, जिससे उमस भरी गर्मी में परीक्षार्थियों को राहत मिली।
• कुरुक्षेत्र: डायल 112 सेवा की सक्रियता से एक अभ्यार्थी को समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचाया गया। वह अभ्यार्थी ट्रेन से सोनीपत से परीक्षा देने आ रही थी, जो बीच में करनाल के तरावड़ी स्टेशन पर रुक गई। इस पर करनाल व कुरुक्षेत्र पुलिस के संयुक्त प्रयास से उसे परीक्षा केंद्र पर पहुंचाया गया।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →