हरियाणा में शराब दुकानों की नीलामी से रिकॉर्ड तोड़ राजस्व, 13.25% की वृद्धि के साथ 14,342 करोड़ रुपये जुटाए
गुरुग्राम टॉप पर, यमुनानगर और भिवानी ने भी मारी बाज़ी
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 26 जुलाई – हरियाणा आबकारी एवं कराधान विभाग ने वर्ष 2025-27 की आबकारी नीति के तहत राज्य के सभी 1194 खुदरा शराब ठेका क्षेत्रों की सफलतापूर्वक नीलामी संपन्न कर दी है। आबकारी एवं कराधान आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि नीलामी के तहत कुल 2388 खुदरा शराब की दुकानों के लाइसेंस जारी किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि हर ठेका क्षेत्र में दो शराब दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। इस बार की नीति ने राज्य को रिकॉर्ड 14,342 करोड़ रुपये का राजस्व दिलाया है, जो पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में हुई 7025 करोड़ रुपये की आमदनी के मुकाबले 13.25 प्रतिशत अधिक है।
नीलामी में पारदर्शिता और भागीदारी बढ़ी
विनय प्रताप सिंह ने बताया कि यह उपलब्धि वेब पोर्टल के माध्यम से पारदर्शी नीलामी प्रणाली, राज्य सरकार के ठोस प्रयासों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की कड़ी कार्रवाई का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इस बार नीलामी प्रक्रिया समय से पहले पूरी हो गई, जबकि पिछले साल यह अगस्त में पूरी हुई थी।
जिलावार राजस्व स्थिति (2025-27 आबकारी नीति)
जिला प्राप्त राजस्व (₹ करोड़ में) कुल में योगदान (%)
गुरुग्राम 3875 27%
फरीदाबाद 1696 12%
सोनीपत 1066
रेवाड़ी 654
हिसार 615
करनाल 612
पानीपत 605
यमुनानगर 439.88 (पिछली बार 237.81)
राजस्व में भारी वृद्धि वाले जिले
भिवानी: 23.5%
फतेहाबाद: 21%
हिसार: 21%
कुरुक्षेत्र: 20.5%
करनाल: 19%
पानीपत: 18%
अपराधियों पर कार्रवाई बनी बड़ी वजह
आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अपराधी तत्वों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई से नीलामी प्रक्रिया में बाधाएं कम हुईं। विशेषकर यमुनानगर जैसे जिलों में, जहां पहले कम भागीदारी देखी गई थी, इस बार उल्लेखनीय बढ़त दर्ज की गई।
हरियाणा की नई आबकारी नीति 2025-27 ने रिकॉर्ड राजस्व के साथ यह साबित कर दिया है कि पारदर्शिता, कड़ी निगरानी और समयबद्ध क्रियान्वयन से सरकारी नीतियाँ न केवल आर्थिक मजबूती लाती हैं, बल्कि अपराध पर भी अंकुश लगाती हैं।
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