भगवान के नाम पर कब-कब चले अभियान? जानें 'महादेव' से 'गंगा' तक भारत के सबसे बड़े ऑपरेशनों की कहानी
महक अरोड़ा
चंडीगढ़, 29 जुलाई 2025 : "नाम में क्या रखा है?" शेक्सपियर ने भले ही यह कहा हो, लेकिन जब बात देश की सुरक्षा और सम्मान की हो, तो हर नाम एक बड़ा मकसद और एक दृढ़ संकल्प बन जाता है। दुनिया भर की सेनाएं अपने अभियानों को 'डेजर्ट स्टॉर्म' या 'ओवरलॉर्ड' जैसे कोडनेम देती हैं, लेकिन भारत की परंपरा कुछ अलग है। भारत ने अपने सबसे महत्वपूर्ण मिशनों को अक्सर ऐसे नाम दिए हैं, जो सीधे तौर पर देश की गहरी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जड़ों से जुड़े हैं। ये नाम इन ऑपरेशनों को सिर्फ एक पहचान नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली संदेश भी देते हैं।
भारतीय परंपरा में दैवीय शक्ति के दो मुख्य रूप माने गए हैं - एक संहार जो दुष्टों और अधर्म का नाश करता है, और दूसरा पालक, जो संकट में पड़े लोगों की रक्षा करता है। हैरानी की बात है कि भारत के बड़े ऑपरेशनों के नाम भी इसी सोच को दर्शाते हैं। जैसे 'महादेव' का नाम आतंक के संहार का प्रतीक बनता है, तो वहीं 'गंगा' का नाम संकट में फंसे अपनों को मां की तरह गोद में वापस लाने का। यह दिखाता है कि भारत अपनी शक्ति का प्रयोग दुष्टों के नाश और सज्जनों की रक्षा, दोनों के लिए करता है।
इसी परंपरा की ताजा मिसाल है हाल ही में सफल हुआ 'ऑपरेशन महादेव', जिसने न केवल पहलगाम के गुनहगारों से बदला लिया, बल्कि एक बार फिर यह दिखाया कि भारत अपने दुश्मनों को जवाब देने और अपने लोगों को न्याय दिलाने के लिए किस संकल्प के साथ काम करता है। आइए, जानते हैं ऐसे ही कुछ खास ऑपरेशनों के बारे में, जिनके नाम दैवीय हैं, लेकिन काम दुश्मनों के लिए काल और जरूरतमंदों के लिए जीवनदान बन जाते हैं।
ऑपरेशन महादेव: पहलगाम के गुनहगारों से 'शिव' का न्याय
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की बेरहमी से की गई हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस नृशंस हमले का बदला लेने के लिए 'ऑपरेशन महादेव' चलाया गया। भगवान शिव के नाम पर चले इस ऑपरेशन में, श्रीनगर के हरवान इलाके में खुफिया जानकारी के आधार पर तीन आतंकियों को घेर कर मार गिराया गया, जिनमें हमले का मास्टरमाइंड मूसा भी शामिल था। गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में FSL रिपोर्ट का हवाला देते हुए पुष्टि की कि मारे गए आतंकी ही पहलगाम के असली दोषी थे।
ऑपरेशन सिंदूर: सुहाग उजाड़ने वालों पर कार्रवाई
पहलगाम में आतंकियों ने पुरुषों को निशाना बनाकर कई महिलाओं का सुहाग उजाड़ दिया था। इसी का बदला लेने और एक कड़ा संदेश देने के लिए पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया गया। यह नाम अपने आप में एक मनोवैज्ञानिक हथियार था, जिसका संदेश साफ था - निर्दोषों का खून बहाने वालों और महिलाओं का सिंदूर पोंछने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
ऑपरेशन ब्रह्मा: पड़ोसी देश के लिए 'जीवन का दान'
भारत की शक्ति सिर्फ संहार में नहीं, सृजन में भी है। इसी साल 28 मार्च को जब पड़ोसी देश म्यांमार में भीषण भूकंप ने तबाही मचाई, तो भारत 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत सबसे पहले मदद के लिए पहुंचा। सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा के नाम पर चलाए गए इस मिशन में भारतीय सेना की पैरा ब्रिगेड, फील्ड अस्पताल और NDRF की टीमों ने दिन-रात काम करके सैकड़ों जानें बचाईं और दवाइयों, टेंट और भोजन समेत 60 टन से ज्यादा राहत सामग्री पहुंचाई।
ऑपरेशन देवी शक्ति और गंगा: जब 'मां' बनकर अपनों को बचाया
1. ऑपरेशन देवी शक्ति (2021) : जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा किया और काबुल एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मची थी, तब भारत सरकार 'देवी शक्ति' बनकर वहां फंसे 800 से ज्यादा भारतीयों को उन खतरनाक हालातों से सुरक्षित निकालकर लाई।
2. ऑपरेशन गंगा (2022) : जब रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ा, तो 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र वहां फंस गए। तब भारत ने 'ऑपरेशन गंगा' चलाया। खुद केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा गया और वहां से विशेष उड़ानें चलाकर सभी छात्रों को मां गंगा की तरह सुरक्षित अपनी गोद में वापस ले आया गया।
ऑपरेशन दुर्गा: मनचलों पर देवी का कहर
हरियाणा सरकार ने 2017 में महिलाओं से छेड़छाड़ करने वाले मनचलों पर नकेल कसने के लिए 'ऑपरेशन दुर्गा' शुरू किया था। देवी दुर्गा के नाम पर बने विशेष 'दुर्गा दस्तों' ने, जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं, स्कूल-कॉलेजों और बस स्टैंड्स पर मनचलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर राज्य में महिलाओं को सुरक्षा का एहसास कराया।
ये ऑपरेशन सिर्फ सैन्य या बचाव अभियानों के नाम नहीं हैं, बल्कि ये 'नए भारत' की उस सोच को दिखाते हैं, जो अपनी संस्कृति से प्रेरणा लेकर दुनिया के मंच पर अपनी शक्ति और संवेदना, दोनों का प्रदर्शन करता है। यह भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता और अपनी संस्कृति पर गर्व का भी प्रमाण है, जो अब उसकी विदेश और सुरक्षा नीति में भी साफ झलकता है। सीधा संदेश है - भारत अपनों की रक्षा के लिए 'महादेव' का रौद्र रूप भी अपना सकता है और दुनिया की मदद के लिए 'गंगा' की तरह निर्मल भी बन सकता है।
MA
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