20 लाख नकद बरामद, 49 लाख बैंक खाते में मिले, फर्जी बजट आबंटन में बड़ा खुलासा
मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगिन आईडी से होते रहे करोड़ो रूपये फ़र्जी ट्रांसफर
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 16 मई – भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) फरीदाबाद द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी तेजेन्द्र कुमार, तत्कालीन क्लर्क, कार्यालय जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, पलवल की पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। एसीबी ने तेजेन्द्र की बहन श्रीमती संतोष के पलवल स्थित गांव अगवानपुर के घर में छापेमारी कर डबल बैड से 20,00,500 रुपये (बीस लाख पांच सौ रुपये) नकद बरामद किए हैं।
इसके अलावा, तफ्तीश के दौरान ग्राम कुसक, जिला पलवल स्थित सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक में तेजेन्द्र की पत्नी श्रीमती अनिता के खाते में 49,20,000 रुपये (उन्चास लाख बीस हजार रुपये) जमा होने का भी खुलासा हुआ है। जांच में पाया गया कि यह राशि दीपक मैनपावर नामक फर्म के बैंक खाते से ट्रांसफर की गई थी। एसीबी ने नियमानुसार इस बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है।
फर्जी बजट आबंटन का मामला:
यह पूरा मामला कार्यालय निदेशक, विकास एवं पंचायत विभाग हरियाणा को प्रधान महालेखाकार हरियाणा से प्राप्त एक ऑडिट रिपोर्ट से सामने आया। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगिन आईडी का इस्तेमाल कर वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में बिना उचित अनुमति और बिना उच्च अधिकारियों की मंजूरी के पलवल जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (DDPO) को पर्याप्त धनराशि एवं बजट आबंटित किया गया।
इस बजट से अधिकांश राशि बार-बार ब्लॉक विकास एवं पंचायत अधिकारी (BDPO) हसनपुर, पलवल द्वारा एक निजी फर्म मैसर्स दीपक मैनपावर सर्विस को ट्रांसफर की गई। ऑडिट में पाया गया कि यह पूरा बजट फर्जी तरीके से अलॉट किया गया था, क्योंकि बजट की मांग और आवंटन से संबंधित कोई दस्तावेज फाइलों में मौजूद नहीं था।
एसीबी की कार्रवाई:
इस संबंध में एसीबी फरीदाबाद ने मुकदमा संख्या 5, दिनांक 24 जनवरी 2025 को धारा 7, 13(1)(ए), सहपठित 13(2) पीसी एक्ट व धारा 61(2), 316(2), 316(5), 318, 318(4), 336(3), 338 बीएनएस, धारा 43 व 66-सी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
तेजेन्द्र कुमार को 17 मई 2025 तक पुलिस रिमांड पर रखा गया है। एसीबी ने पहले ही इस मामले में 8 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की जांच तेजी से जारी है, और अन्य खुलासों की संभावना है।
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