भाजपा का संकल्प मतलब धोखा ही धोखा, रोजगार की आस में ओवर ऐज हो रहे हैं युवा: सांसद कुमारी सैलजा
कहा- घोषणाओं की पटरी पर दौड़ रही है भाजपा के डबल इंजन वाली जुमला एक्सप्रेस
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 22 मई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा हैै कि विधानसभा चुनाव- 2024 में भाजपा ने अपने चुनावी जुमला पत्र में, हरियाणा के युवाओं से दो लाख सरकारी नौकरी का वादा किया था पर सीईटी पेपर लीक और नकल माफियाओं की सरकार में नौकरी तो दूर, भर्ती और परीक्षा के इंतजार में ही हरियाणा के युवाओं की उम्र पार हो रही है। सीईटी हर साल करवाने का वादा भी भाजपा सरकार में हवा हवाई बन कर रह गया। भाजपा के डबल इंजन वाली जुमला एक्सप्रेस घोषणाओं की पटरी पर ही दौड़ रही है, पर हकीकत ये है कि ये जुमला एक्सप्रेस वहीं की वहीं खड़ी है।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा में ग्रुप सी और डी सरकारी नौकरी भर्तियों की इस परीक्षा का इंतजार लाखों अभ्यर्थी कर रहे हैं। सीईटी फॉर्मेट आने के बाद से सिर्फ एक बार ही सीईटी परीक्षा साल 2022 में आयोजित हुई है। वहीं अब दूसरी बार सीईटी 2025 में आयोजित होगा। इसमें लगभग 40 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किए जाने की संभावना है। अभी तक युवाओं को ग्रुप डी के 8,000 और हरियाणा पुलिस के 5,600 पदों पर भर्ती शेड्यूल जारी होने का इंतजार है, मगर भाजपा ग्रुप सी के 1,200 से ज्यादा पदों को वापस लेने का फैसला थोप रही है। अब तो हरियाण के युवा पर्ची वाले सीएम नायब सिंह सैनी से पूछ रहे हैं कि चुनाव के दौरान, बिना पर्ची बिना खर्ची के सरकारी नौकरी का वायदा क्या रहा, आखिर कब तक सरकार की घोषणाएं धोखे की किस्तें बनकर आती रहेंगी? पिछले महीने सरकार की ओर से कहा गया था कि सीईटी डेट करीब-करीब फाइनल हो गई है और मई के आखिरी हफ्ते में परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन होंगे। सरकार की चुप्पी बता रही है कि इस बारे में उसका कोई साफ इरादा नहीं है।
इसी भाजपा सरकार ने एचकेआरएन कर्मचारियों को पक्का करने की बात कही थी, सत्ता में आते ही शर्त लगा दी गई यानि सरकार युवाओं के साथ विश्वासघात करने से यहां भी नहीं चुकी। इतना ही नहीं एचकेआरएन के तहत पहले से कार्यरत कर्मचारियों को निकालना शुरू कर दिया गया है, अगर उक्त पदों पर नियमित नियुक्ति ही करनी है कि पहले से कार्यरत कर्मचारियों को ही पक्का कर दिया जाए क्योंकि उन्हें योग्यता के आधार पर ही एचकेआरएन के तहत नौकरी दी गई थी। सरकार के पास करीब एक लाख 20 हजार पद रिक्त पड़े है अगर सरकार की नीयत साफ है कि इन पदों पर एचकेआरएन के तहत कार्यरत कर्मचारियों को समायोजित किया जा सकता है। ये भाजपा सरकार रोजगार देने का वायदा करती है, ये भी हकीकत है कि भाजपा सरकार अपना कोई भी वायदा पूरा नहीं करती। जो पद बाकी रह जाए उन पर सीईटी पास युवाओं को नौकरी दी जाए। सरकार कोई कोई बहाना कर नियुक्तियां डालती आ रही है अब आप्रेशन सिंदूर को लेकर नियुक्तियों वाला वायदा आगे खिसका सकती है। इससे पहले की बेरोजगार युवा गलत रास्ते पर जाए उसे नौकरी देकर उसका भविष्य बचाया जा सकता हैै।
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