चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस मीटिंग आज, कम्युनिटी सेंटर्स की बुकिंग दरों में बढ़ोतरी समेत 9 अहम एजेंडों पर होगा फैसला, विपक्ष ने जताया विरोध
चंडीगढ़, 3 जून 2025:
चंडीगढ़ नगर निगम की आज होने वाली हाउस मीटिंग में शहर के नागरिकों से जुड़े 9 अहम एजेंडों पर चर्चा और फैसला होने जा रहा है। सबसे चर्चित एजेंडा कम्युनिटी सेंटर्स की बुकिंग दरों में बढ़ोतरी को लेकर है, जिससे शहर के आम लोगों पर सीधा आर्थिक बोझ पड़ सकता है। नगर निगम प्रशासन ने यह प्रस्ताव रखा है कि शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित सामुदायिक केंद्रों की बुकिंग फीस में संशोधन कर उसे बढ़ाया जाए।
अब तक 24 हजार में होती थी बुकिंग, नई दरें हो सकती हैं दोगुनी
फिलहाल कई प्रमुख कम्युनिटी सेंटर्स जैसे कि सेक्टर 27, 37, 44 और मनीमाजरा के केंद्रों की बुकिंग दरें लगभग ₹24,000 हैं। प्रस्तावित बदलावों के अनुसार, यह दरें दोगुनी तक हो सकती हैं। साथ ही, चर्चा यह भी है कि कुछ कम्युनिटी सेंटर्स को पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत निजी कंपनियों को संचालन के लिए सौंपा जा सकता है।
आम लोगों पर पड़ेगा असर, विपक्ष ने जताया कड़ा विरोध
यदि यह प्रस्ताव पास होता है तो विवाह, जागरण, भंडारे जैसे सामाजिक आयोजनों के लिए सामुदायिक केंद्र बुक करना आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाएगा। इसको लेकर विपक्ष पहले से ही मुखर है। विपक्षी पार्षदों ने आरोप लगाया है कि यह नगर निगम द्वारा आम लोगों पर आर्थिक बोझ डालने की साजिश है। विपक्ष ने यह भी चेतावनी दी है कि वे मंगलवार की हाउस मीटिंग में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएंगे और सत्ता पक्ष को कटघरे में खड़ा करेंगे।
पीपीपी मॉडल को लेकर भी खड़े हुए सवाल
हाउस मीटिंग के एजेंडों में से एक बड़ा मुद्दा यह भी है कि कुछ कम्युनिटी सेंटर्स को पीपीपी मॉडल के तहत चलाने का प्रस्ताव रखा गया है। विपक्ष का तर्क है कि इससे सामुदायिक सेवाओं का निजीकरण होगा और लाभ कमाने वाली मानसिकता सेवा भाव पर हावी हो जाएगी। साथ ही, निजी ऑपरेटरों द्वारा बुकिंग शुल्क में और अधिक वृद्धि की आशंका जताई जा रही है।
नगर निगम का पक्ष
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि बुकिंग दरों में संशोधन की आवश्यकता इसलिए महसूस की जा रही है क्योंकि कई वर्षों से दरें स्थिर हैं जबकि देखरेख, बिजली, पानी और अन्य सुविधाओं की लागत में लगातार वृद्धि हुई है। पीपीपी मॉडल को लेकर अधिकारियों ने दावा किया है कि इससे कम्युनिटी सेंटर्स की सुविधाएं बेहतर होंगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
नजरें टिकी हैं हाउस मीटिंग पर
शहर की जनता की नजरें मंगलवार को होने वाली इस अहम हाउस मीटिंग पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष कितना जोरदार विरोध करता है और सत्ता पक्ष कैसे इन प्रस्तावों को सही ठहराता है।
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