तीन बैठकों से गैरहाजिर रहना पड़ा महंगा: चंडीगढ़ राज्य सहकारी बैंक के निदेशक कमल कांत शर्मा पद से हटाए गए
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 23 जुलाई 2025:
चंडीगढ़ राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के निदेशक कमल कांत शर्मा को लगातार तीन निदेशक मंडल बैठकों से अनुपस्थित रहने के कारण उनके पद से हटा दिया गया है। बैंक की प्रबंध निदेशक अनुराधा एस. चगती द्वारा इस संबंध में 29 मई 2025 को पंजीयक, सहकारी समितियाँ, चंडीगढ़ को पत्र भेजा गया था, जिसमें विस्तृत जानकारी दी गई थी।
जानकारी के अनुसार, निदेशक मंडल की बैठकें क्रमश: 22 जनवरी, 10 फरवरी और 13 मार्च 2025 को आयोजित की गई थीं, जिनमें श्री कमल कांत शर्मा को तीन बार विधिवत पत्र द्वारा आमंत्रित किया गया, लेकिन वह तीनों बार बिना किसी कारण के अनुपस्थित रहे। उपस्थिति पुस्तिकाओं में अन्य निदेशकों की उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि उनकी गैरहाजिरी को भी स्पष्ट रूप से नोट किया गया।
बैंक के उपविधि संख्या 36 के अनुसार, कोई भी निदेशक यदि लगातार तीन बैठकों से अनुपस्थित रहता है, तो उसकी सदस्यता स्वतः समाप्त मानी जाती है। इसी आधार पर 28 अप्रैल 2025 को आयोजित निदेशक मंडल की बैठक में प्रस्ताव संख्या 6(i) पारित कर शर्मा को निदेशक पद से हटाने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में कुल 9 निदेशकों ने भाग लिया।
इस पर पंजीयक सहकारी समितियाँ कार्यालय द्वारा 23 जुलाई 2025 को उत्तर जारी करते हुए स्पष्ट किया गया कि उपविधियों के तहत यह कार्रवाई स्वतः प्रभावी है और इस पर किसी अलग आदेश की आवश्यकता नहीं है।
यह मामला सहकारी बैंकों में अनुशासन और जिम्मेदारी के पालन को लेकर एक मिसाल माना जा रहा है। बैंक प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि नियमों के उल्लंघन को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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