सुबह-सुबह महसूस किए गए भूकंप के झटके, दहशत में आए लोग
23 मई 2025 : नेपाल में शुक्रवार तड़के एक बार फिर धरती कांपी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, सुबह करीब 4:17 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई। भूकंप का केंद्र नेपाल के भीतर 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना में अब तक किसी प्रकार की जनहानि या बड़े नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है।
पड़ोसी इलाकों में भी महसूस हुए झटके
भूकंप के झटके न केवल नेपाल के भीतर, बल्कि उसके सीमावर्ती जिलों में भी महसूस किए गए। स्थानीय लोगों में कुछ समय के लिए भय का माहौल बन गया, हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
क्यों ज्यादा खतरनाक होते हैं उथले भूकंप?
विशेषज्ञों के अनुसार, यह भूकंप उथला था, यानी इसका केंद्र पृथ्वी की सतह के अपेक्षाकृत करीब था। ऐसे भूकंप अधिक खतरनाक माने जाते हैं क्योंकि इनसे उत्पन्न ऊर्जा सतह तक तीव्रता से पहुंचती है। इससे ज़मीन तेज़ी से हिलती है और इमारतों व संरचनाओं को ज्यादा नुकसान होने का खतरा रहता है।
क्यों बार-बार कांपता है नेपाल?
नेपाल भौगोलिक रूप से एक संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है। यह इलाका भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स के बीच की अभिसारी सीमा पर आता है, जहां दोनों प्लेटें लगातार टकरा रही हैं। इसी टकराव के कारण ज़मीन के अंदर अत्यधिक दबाव और तनाव उत्पन्न होता है, जो समय-समय पर भूकंप के रूप में बाहर निकलता है।
इसके अलावा, नेपाल एक सबडक्शन ज़ोन में स्थित है, जहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है। इस सतत खिसकाव से भी तनाव बढ़ता है, और ज़मीन में कंपन पैदा होता है। यही कारण है कि नेपाल में बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।
हाल के हफ्तों में बढ़ी है भूकंपीय गतिविधि
बीते कुछ सप्ताहों में नेपाल और इसके आसपास के इलाकों में भूकंपीय गतिविधियों में वृद्धि दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की गतिविधियां भविष्य में बड़े भूकंप का संकेत भी हो सकती हैं।