18 जुलाई: इतिहास के पन्नों में आज का दिन
Babushahi Bureau
18 July 2025 : समय का चक्र कभी थमता नहीं, लेकिन इसके निशान इतिहास के पन्नों में हमेशा दर्ज रहते हैं। हर तारीख अपने साथ अतीत की कुछ अहम घटनाएं लेकर आती है, जिन्होंने दुनिया की दिशा और दशा तय की। आज 18 जुलाई भी ऐसी ही कुछ ऐतिहासिक घटनाओं की गवाह बनी रही, जो विज्ञान, राजनीति, समाज और तकनीक के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं।
चाहे बात हो विज्ञापन की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत की, या अंतरिक्ष में भारत के आत्मनिर्भर कदम की — 18 जुलाई कई मायनों में खास रही है। आइए जानते हैं आज के दिन की कुछ प्रमुख ऐतिहासिक घटनाएं, जिन्होंने इतिहास को नया मोड़ दिया।
1743 – दुनिया का पहला आधे पेज का विज्ञापन छपा
18 जुलाई 1743 को न्यूयॉर्क के एक साप्ताहिक अखबार में दुनिया का पहला आधे पेज का विज्ञापन प्रकाशित हुआ। यह उस दौर में मीडिया और मार्केटिंग के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम था, जिसने विज्ञापन उद्योग को नई दिशा दी।
1781 – आकाशगंगा की वास्तविकता का हुआ खुलासा
ब्रिटेन के मशहूर खगोलशास्त्री विलियम हरशल ने इस दिन ब्रह्मांड की गहराइयों में झांकते हुए आकाशगंगा की वास्तविकता का पता लगाया। यह खोज खगोल विज्ञान में एक बड़ी छलांग मानी गई, जिसने हमारी ब्रह्मांड को समझने की सोच को पूरी तरह बदल दिया।
1918 – नेल्सन मंडेला का जन्म
दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक बने नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई 1918 को हुआ था। नोबेल पुरस्कार विजेता मंडेला ने पूरी दुनिया को शांति, समानता और लोकतंत्र के लिए खड़े होने की प्रेरणा दी।
1980 – भारत का स्वदेशी उपग्रह ‘रोहिणी-1’ लॉन्च
18 जुलाई 1980 को भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़ा कदम रखते हुए पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से निर्मित उपग्रह ‘रोहिणी-1’ को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया। यह इसरो और भारत के अंतरिक्ष मिशन के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी।
2012 – सुपरस्टार राजेश खन्ना का निधन
भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले राजेश खन्ना का निधन इसी दिन 2012 में हुआ था। अपनी अदाकारी, अंदाज़ और डायलॉग डिलीवरी से उन्होंने हिंदी फिल्मों में एक ऐसा मुकाम बनाया जिसे आज भी याद किया जाता है।
तारीखें बदलती हैं, पर इतिहास अमर रहता है
18 जुलाई की ये घटनाएं सिर्फ तारीख नहीं, बल्कि उस वक्त की सोच, मेहनत और बदलाव की मिसाल हैं। चाहे विज्ञान हो, राजनीति हो या सिनेमा — इस दिन ने हमें कई यादगार क्षण दिए। ऐसे ऐतिहासिक तथ्यों को जानना न सिर्फ ज्ञान बढ़ाता है, बल्कि हमें हमारे अतीत से जुड़ने का मौका भी देता है।
MA
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